वहीं अन्य जिलों में कलक्टर के लिए बडे बंगले हैं जहां वे अवकाश दिन अपने मिली कार्यालय में काम भी कर सकते हैं और जिले के लोगों की परिवेदनाएं सुन सकते है। अभी यह स्थिति है कि जयपुर कलक्टर को अगर किसी फरियादी की फरियाद सुननी है तो वे उसे अपने क्वार्टर पर नहीं बुला सकते।