rajasthan election 2018: राजस्थान के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने बताया कि बैठक शनिवार को भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जो उम्मीदवार दो बार चुनाव हारे हैं और पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय हैं, उन्हें भी मौका दिया जा सकता है। पार्टी का फोकस मुख्य रूप से जिताऊ उम्मीदवारों पर है। प्रदेश में 12 से 15 महिलाओं के नए चेहरे चुनाव मैदान में उतारे जाने को लेकर भी मंथन चल रहा है।
लगभग यही मशक्कत युवाओं को लेकर चल रही है। हफ्तेभर पहले ही केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक में राहुल गांधी ने नए महिला और युवा चेहरे चुनाव मैदान में उतारने के लिए कहा था।
उसके बाद से ही स्क्रीनिंग कमेटी सदस्यों ने इस पर फोकस किया है। अब यह देखा जा रहा है कि युवा महिला-पुरुष को किन सीटों पर उतारा जा सकता है। इसको लेकर हर सीट के जातिगत समीकरण देखे जा रहे हैं। प्रदेश में सभी सचिवों को 50-50 सीटों पर जमीनी हालात जानने की जिम्मेदारी दी गई थी। ऐसे में सचिवों से अलग-अलग बुलाकार फिर से सीटवार फीडबैक लिया जा रहा है।
शुक्रवार को दो सचिव बुलाए
बैठक में जयपुर संभाग की सीटों पर चर्चा के समय खास तौर से प्रभारी सचिव विवेक बंसल और देवेंद्र यादव को बुलाया गया। दोनों सचिव करीब दो घंटे बैठक में रहे। दोनों जयपुर ग्रामीण और शहर के प्रभारी हैं। इससे पहले कहा जा रहा था कि राहुल गांधी पार्टी चयन की प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोप को लेकर प्रभारी सचिवों की भूमिका से नाराज हंै और उन्हें टिकट प्रक्रिया से दूर रहने को कहा गया है। शनिवार को बाकी सचिवों को भी बैठक में राय देने के लिए बुलाया जा सकता है।
बैठक में जयपुर संभाग की सीटों पर चर्चा के समय खास तौर से प्रभारी सचिव विवेक बंसल और देवेंद्र यादव को बुलाया गया। दोनों सचिव करीब दो घंटे बैठक में रहे। दोनों जयपुर ग्रामीण और शहर के प्रभारी हैं। इससे पहले कहा जा रहा था कि राहुल गांधी पार्टी चयन की प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोप को लेकर प्रभारी सचिवों की भूमिका से नाराज हंै और उन्हें टिकट प्रक्रिया से दूर रहने को कहा गया है। शनिवार को बाकी सचिवों को भी बैठक में राय देने के लिए बुलाया जा सकता है।