दरअसल पिछले दिनों शिक्षा विभाग की ओर से व्याख्याताओं के तबादले ( Transfer) किए गए थे उनमें इस स्कूल के प्रिसिंपल भी थे। छात्राएं इस तबादले को निरस्त करने की मांग को लेकर जन सुनवाई में आई थी। प्रदर्शन के दौरान वहां बड़ी संख्या में पुलिस तैनात थी। इस दौरान वहां पीसीसी के पदाधिकारी मुमताज मसीह, सुशील आसोपा, विक्रम वाल्मिकी और अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
जनसुनवाई में आज महिला और बाल विकास मंत्री ममता भूपेश को आना था। वे 11 बजे तक नहीं आई थी और उनके आने तक पीसीसी के पदाधिकारी ही जन सुनवाई कर रहे थे। वे लगभग साढे 11 बजे आई। बाद में उन छात्राओं ने मंत्री ममता भूपेश से भी मुलाकात की।
जन सुनवाई के दौरान ममता भूपेश ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की समस्याओं को भी सुना और निपटारे के निर्देश दिए। जन सुनवाई के दौरान अलग अलग विभागों की शिकायतों को उनके निपटारे के लिए सम्बन्धित विभागों में भेजा गया और कुछ समस्याओं के निदान के लिए अधिकारियों को फोन पर ही निर्देश दिए गए। पीसीसी में आ रही शिकायतोें को एक रजिस्टर में नोट करके रखा जा रहा है। साथ ही यह शिकायतें किसे भेजी गई, उसका भी विवरण रखा जाता है ताकि ये पता रहे कि कितनी शिकायतें आई और कितनों को निपटाया गया।प्रदेश कांग्रेस की ओर से आयोजित जन सुनवाई में अब तक जलदाय और बिजली मंत्री बीडी कल्ला, कृषि और पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया, खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा जन सुनवाई कर चुके है। जन सुनवाई शुक्रवार तक चलेगी।