उन्होंने कांग्रेस का धरना प्रदर्शन सियासी पाखंड के अलावा कुछ नहीं है। उनके नेताओं के भाषणों से यह स्पष्ट होता है कि उनकी जाती हुई सत्ता की हताशा उनके चेहरों पर दिखती है। हरे की जगह लाल कालीन बिछाकर सरकार अपने जाते हुए वैभव को दिखाने की कोशिश कर रही है कि कभी हम लाल कालीन पर चलते थे। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत जादूगर नहीं ज्योतिषी ज्यादा हैं। गहलोत राजस्थान में कांग्रेस को सही दिशा में ले जा रहे हैं, क्योंकि उनको पता है कि उनको हमेशा विपक्ष में ही रहना है ऐसे में कांग्रेसियों को विपक्ष में रहने की आदत डाल लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने बहुत दिनों तक पीएम सम्मान किसान निधि के लिए प्रदेश के किसानों की सूची ही अपलोड नहीं की थी। मुख्यमंत्री गहलोत के पेट में दर्द यह है कि यह पैसा सीधे किसानों के खाते में जा रहा है।
कांग्रेस ने किसानों को बर्बाद करने का काम किया नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि 54 साल तक कांग्रेस ने देश में शासन किया, अगर वही किसानों के लिए कुछ कर देती तो आज इस तरह रोना नहीं पड़ता। कांग्रेस ने किसानों को बर्बाद करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया है, जिसका गठन खुद कांग्रेस ने किया था। यही नहीं मुख्यमंत्रियों से बात करने और नीति आयोग की रिपोर्ट के बाद इन्हें लागू करने का काम मोदी सरकार ने किया है। इसके बावजूद कांग्रेस घडिय़ाली आंसू बहाने का काम कर रही है। वह भी तब जब किसान को उसकी उपज का सही मूल्य मिलने वाला है।
राजभवन का घेराव कर संविधान को पहुंचाई चोट-राठौड़ उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस ने राजभवन का घेराव कर न केवल संविधान को चोट पहुंचाने का काम कर रही है, बल्कि न्यायपालिका के फैसले पर भी प्रश्न चिन्ह लगा रही है। कृषि कानूनों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सर्वोच्च न्यायालय से कई बार हस्तक्षेप करने की गुहार लगा चुके हैं। जब सर्वोच्च न्यायालय ने कमेटी गठित कर दी है तो अब कांग्रेस का धरने-प्रदर्शन का कोई औचित्य नहीं रह जाता है। राठौड़ ने कहा कि देश में 52 वर्षों तक शासन करने वाली कांग्रेस ने किसानों के अधिकार व उनके हितों के बारे में कुछ नहीं किया है।