पदयात्रा में सरकार के मंत्री, विधायक और स्थानीय कार्यकर्ता शामिल होंगे। साथ ही पदयात्रा में किसानों को भी साथ लाने की तैयारियां चल रही हैं। इससे पहले कांग्रेस ने हाल ही में सभी जिलों में किसान सम्मान कार्यक्रम आयोजित कर किसान आंदोलन में प्राण न्यौछावर करने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी थी। पदयात्रा को लेकर प्रदेश से सभी जिलों के जिला प्रभारियों को निर्देश जारी किए गए हैं।
15 से 20 किलोमीटर लंबी होगी पदयात्रा
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों की माने तो 20 फरवरी को प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ निकलने वाली पदयात्रा 15 से 20 किलोमीटर लंबी होगी, जिसमें मंत्री, विधायक और कांग्रेसी कार्यकर्ता पदयात्रा के दौरान लोगों को केंद्र के तीन कृषि कानूनों से होने वाले नुकसान के बारे में भी बताएंगे। वहीं चर्चा यह भी है कि हर जिले में पदयात्रा ब्लॉक स्तर पर निकाली जाएगी जो गांव गांव ढाणी ढाणी तक जाकर लोगों को कृषि कानूनों की खामियों को लेकर जानकारी देंगे।
28 फरवरी को किसान सम्मेलन
वहीं कांग्रेस गलियारों में चल रही चर्चाओं की माने तो पदयात्रा के बाद 28 फरवरी को जयपुर में प्रदेश स्तरीय किसान सम्मेलन आयोजित करने की तैयारी है जिसमें प्रदेश भर से किसानों के साथ ही मंत्री, विधायकों के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्मेलन में बुलाया जाएगा।