प्रदेश कांग्रेस में सातों संभागों में सात कंट्रोल रूप स्थापित किए गए हैं, जिनमें जिलाध्यक्षों, प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों और अग्रिम संगठनों के नेताओं को जिम्मेदारियां दी गई हैं।
भोजन, प्रवासी राजस्थानी और सेनेटाइज छिड़काव की शिकायतें
प्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री महेश शर्मा की माने तो पीसीसी के कंट्रोल रूम को अधिकांश शिकायतें भोजन नहीं मिलने, दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी राजस्थानियों और पलायन कर मजदूरों को उनके घर भेजे की मिली, जिस पर शिकायतें मिलती ही कंट्रोल रूम में तैनात नेताओं ने तत्काल जिला प्रशासन और स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जरिए उन लोगों की समस्याओं का निस्तारण किया।
हालांकि पलायन कर रहे श्रमिकों की शिकायतें अभी भी आ रही है लेकिन पलायन पर पाबंदी के चलते फिलहाल उन शिकायतों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। वहीं इन दिनों ज्यादातर गली मौहल्लों में सेनेटाइज छिड़काव नहीं होने की आ रही है, जिस पर शिकायत मिलती तुरंत उन इलाकों में नगर निगम-, नगर परिषद, और नगर पालिकाओं में तैनात कर्मचारियों को फोन कर तत्काल सेनेटाइज छिड़काव भी कराया जा रहा है।
सोशल मीडिया के जरिए जुड़े हैं कंट्रोल रूम
कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए प्रदेश कांग्रेस के सातों संभागों के कंट्रोल रूम को सोशल मीडिया से जोड़ा गया है। सातों कंट्रोल एक-दूसरे जुड़े हैं। सुबह 6 बजे से लेकर रात 12 तक कंट्रोल रूम में कभी भी शिकायत की जा सकती है। सभी सातों संभागों के कंट्रोल दिनभर मिली शिकायतों का ब्यौरा प्रदेश कांग्रेस के मुख्य कंट्रोल रूम को देते हैं।