आरोपियों के पास से 8 ग्राम स्मैक भी बरामद की। पूछताछ में आरोपी अजमल ने बताया कि उसे हर ऑर्डर पर 2 हजार रुपए मिलते हैं। वह टोंक से बाइक लेकर स्मैक की सप्लाई देने सुलेमान के पास आया था। एडिशनल पुलिस कमिश्नर अशोक गुप्ता ने बताया कि पड़ताल में सामने आया कि सुलेमान नगीनों का काम करता था। लेकिन उसे नशे की लत लग गई। परिजनों ने नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती भी कराया। लेकिन वहां से आते ही फिर नशा करने लगा है।
नशा का काम करने वाले अन्य व्यक्तियों के संबंध में सुलेमान और अजमल से पूछताछ की जा रही है। विद्याधर नगर बजरी मंडी के पास बिहार के दरभंगा निवासी विनीत कुमार यादव को 650 ग्राम गांजे के साथ पकड़ा। आरोपी गांजा कहां से लाया था और कहां सप्लाई करनी थी। इस संबंध में उससे पूछताछ की जा रही है। वहीं करधनी थाना अंतर्गत निवारू लिंक रोड पर टोंक के दूनी निवासी चंदा सांसी को आधा किलो गांजा ले जाते पकड़ा। पूछताछ में आरोपी चंदा ने बताया कि वह क्षेत्र में लगने वाली मजदूरों की चौखटी में गांजा सप्लाई करती है।
गौरतलब है कि ऑपरेशन क्लीन स्वीप के दौरान 23 अक्टूबर से लेकर अब तक 123 प्रकरण दर्ज कर हो चुके हैं। इन मामलों में कुल 136 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।