पुलिस कांस्टेबल की इस मामूली से बात को लेकर तैश में आने और उत्पात मचाने की खबर फैलते ही इस बात की चर्चाएं पूरे शहर में होना शुरू हो गईं। वहीं इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होना शुरू हो गया।
ये है मामला
कचौड़ी के साथ प्याज नहीं देने की बात को लेकर 15 दिन से नाराजगी पाल रहे एक पुलिसकर्मी ने सोमवार शाम को यहां पुलिस लाइन के सामने स्थित एक रेस्टोरेंट पर जमकर हंगामा किया। हुआ यूं कि रेस्टोरेंट पर करीब 15 दिन पहले कोतवाली थाने में कार्यरत मोहन नाम का पुलिसकर्मी नाश्ता करने पहुंचा। उसने कचौड़ी ली। इस दौरान उसने प्याज मांगे, लेकिन उस वक्त प्याज नहीं होने से रेस्टोरेंट संचालक ने कांस्टेबल को प्याज देने से मना कर दिया।
कचौड़ी के साथ प्याज नहीं देने की बात को लेकर 15 दिन से नाराजगी पाल रहे एक पुलिसकर्मी ने सोमवार शाम को यहां पुलिस लाइन के सामने स्थित एक रेस्टोरेंट पर जमकर हंगामा किया। हुआ यूं कि रेस्टोरेंट पर करीब 15 दिन पहले कोतवाली थाने में कार्यरत मोहन नाम का पुलिसकर्मी नाश्ता करने पहुंचा। उसने कचौड़ी ली। इस दौरान उसने प्याज मांगे, लेकिन उस वक्त प्याज नहीं होने से रेस्टोरेंट संचालक ने कांस्टेबल को प्याज देने से मना कर दिया।
बताया जा रहा है कि इस पर पुलिसकर्मी वहां से चला गया। लेकिन सोमवार शाम को अचानक वह वापस रेस्टोरेंट पर आया और उस दिन प्याज नहीं देने की बात पर गालीगलौच करने लगा। शोर सुनकर आसपास मौजूद लोग भी एकत्रित हो गए। कई लोगों ने समझाइश का प्रयास किया, लेकिन उसने एक की भी नहीं सुनी और अश्लील गालियांं देते हुए स्टाफ कर्मियों से हाथापाई भी की।
शिकायत मिलने पर पुलिस अधीक्षक शंकरदत्त शर्मा के निर्देश पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली। निलंबित, विभागीय जांच भी. .
शहर कोतवाल चांदमल सिंगारिया ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। पीडि़त पक्ष ने व्यापार की दुहाई देते हुए लिखित शिकायत नहीं में असमर्थता जता दी। इस पर कोतवाल ने कांस्टेबल मोहनलाल के खिलाफ लिखित रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को प्रेषित की। इसमें बताया कि कांस्टेबल शराब पीने का आदी है और पूर्व में भी इसके खिलाफ शिकायत आई है। इस आधार पर पुलिस अधीक्षक ने करावाड़ा निवासी कांस्टेबल मोहनलाल रोत (बेल्ट नंबर 691) को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं।
पहले भी हुआ निलंबित
शहर कोतवाल सिंगारिया ने बताया कि मोहनलाल को पूर्व में भी अनुशासनहीनता के चलते निलंबित किया गया था। वर्तमान में भी वह गैरहाजिर चल रहा था।
शहर कोतवाल सिंगारिया ने बताया कि मोहनलाल को पूर्व में भी अनुशासनहीनता के चलते निलंबित किया गया था। वर्तमान में भी वह गैरहाजिर चल रहा था।