हालात ऐसे हैं कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू से 42 दिनों में ही 71 लोगों की मौत हो गई है। उधर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग स्वाइन फ्लू के सामने पस्त हो गया है और अब स्वाइन फ्लू को पूरी तरह से मौसमी बीमारी मान चुका है। प्रदेश के अलग अलग जिलों में 800 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके है।
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प्रदेश में बीते सालों की तरह इस साल भी राजधानी जयपुर में स्वाइन फ्लू का जबरदस्त कहर है। राजधानी जयपुर में भी 42 दिन में स्वाइन फ्लू से 24 लोगों की मौत हो चुकी है और पॉजिटिव मरीजों का आंकडा भी साढे पांच सौ के पार पहुंच गया है। उधर दो दिन से प्रदेश में पलटे मौसम से वातावरण में नमी हो गई है और इस नमी से भी स्वाइन फ्लू के बढने का खतरा पैदा हेा गया है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राजधानी जयपुर और जोधपुर दोनों ही घनी आबादी वाले जिले हैं इस लिए इन जिलों में पॉजिटिव मरीजों का आंकडा लगातार बढ रहा है। मासूम बच्चे से लेकर हर उर्म के लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं। स्वाइन फ्लू के आतंक से पूरे देश में खलबली मच गई है।
प्रदेश में बीते सालों की तरह इस साल भी राजधानी जयपुर में स्वाइन फ्लू का जबरदस्त कहर है। राजधानी जयपुर में भी 42 दिन में स्वाइन फ्लू से 24 लोगों की मौत हो चुकी है और पॉजिटिव मरीजों का आंकडा भी साढे पांच सौ के पार पहुंच गया है। उधर दो दिन से प्रदेश में पलटे मौसम से वातावरण में नमी हो गई है और इस नमी से भी स्वाइन फ्लू के बढने का खतरा पैदा हेा गया है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राजधानी जयपुर और जोधपुर दोनों ही घनी आबादी वाले जिले हैं इस लिए इन जिलों में पॉजिटिव मरीजों का आंकडा लगातार बढ रहा है। मासूम बच्चे से लेकर हर उर्म के लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं। स्वाइन फ्लू के आतंक से पूरे देश में खलबली मच गई है।