जवाहर सर्किल से उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय की तरफ चलने पर कुछ ही दूरी पर बाएं हाथ की ओर अंदर का इलाका इस बूथ क्षेत्र में आता है। इलाके में घुसते ही कुछ ही दूरी पर पार्क के बाहर की कचरे का ढेर नजर आया। भाजपा का गढ़, भाजपा का पार्षद, विधायक भाजपा का, शहर में डोर टू डोर कचरा संग्रहण के बाद भी ऐसी हालत पर यहां से गुजर रहे अंकित से पूछा तो उसने साफ कहा कि कचरा यहां की बड़ी समस्या है। कचरा संग्रहण के लिए गाड़ी आती है, लेकिन उसके बाद भी कचरा फैला रहता है। अंकित के अनुसार यहां अन्य समस्याएं अधिक नहीं हैं। लेकिन कचरा बड़ी समस्या है। अंकित के कहे अनुसार आगे सड़कों की स्थिति दिखी, अच्छी थी। लेकिन साइड से घूमकर जवाहर सर्किल के सामने जवाहरलाल नेहरू मार्ग से सटे हिस्से में सड़कें क्षतिग्रस्त नजर आईं। वह भी ऐसी कि संतुलन खराब होने पर बुरी तरह घायल होना आसान है।
देश-प्रदेश के बड़ेे मुद्दे हावी
इस इलाके के करीब 80 फीसदी वोट भाजपा के पक्ष में रहते आए हैं। इलाके में भाजपा के स्थानीय नेताओं का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है। रिहाइश व रहन सहन के हिसाब से यह इलाका ठीक नजर आता है। यहां स्थानीय मुद्दों के बजाय विचारधारा और राष्ट्रीय सहित राज्य के मुद्दे भी हावी रहते हैं। सिंधी व महाजन बाहुल्य इस इलाके में अधिकांश मध्यम व उच्च आय वर्ग के लोग हैं।