ये रणनीति है PM Narendra Modi के तूफानी दौरों की। पिछली बार भी साल 2013 में बीजेपी की नैया मोदी ने ही पार लगाई थी और इस बार भी मोदी ही राजस्थान में बीजेपी के तारणहार बने हैं। यूं लगता है राजस्थान में जीत की कमान खुद पीएम मोदी ने अपने हाथों में ले ली है। पार्टी में राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले BJP National President Amit Shah ने राजस्थान में मोदी रैलियों का चक्रव्यूह रचा है। पीएम मोदी (PM Modi Rajasthan Rallies) सूबे में कई रैलियां करेंगे। इसकी शुरुआत 23 नवंबर को अलवर से होगी। 26 नवंबर को जयपुर और भीलवाड़ा जाएंगे। 27 को नागौर और कोटा में जनसभाएं होंगी। 28 को बेणेश्वर धाम, डूंगरपुर और दौसा में रैली करेंगे। 4 दिसंबर को हनुमानगढ़, जोधपुर और सीकर में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। एक के बाद एक पार्टी के स्टार प्रचारक (Star Campaigners for Rajasthan Election 2018) की ये रैलियां क्या पार्टी को जीत दिला पाती है, ये देखना चुनाव परिणाम में काफी रोचक होगा।
जैसा कि विदित है राजस्थान में चुनावी रण का (Rajasthan Assembly Election 2018) काउंटडाउन शुरू हो गया है। ऐसे में अलग अलग सर्वे किए गए। सर्वे में जहां बीजेपी हारती दिखी, तो कांग्रेस को बहुमत मिलता नजर आया। सट्टा बाजारों ने भी बीजेपी की हार और कांग्रेस की वापसी बताई है। Centre for the Study of Developing Societies (CSDS) के सर्वे में जहां कांग्रेस को 104 से 116 सीटें मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, तो बीजेपी के 80 सीटों पर सिमटने की संभावना है। ऐसे में अब इस हारी हुई बाजी को जीतने के लिए बीजेपी में राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह ने चक्रव्यूह रचा है। राजस्थान में बीजेपी को दोबारा ऐतिहासिक जीत दिलवाने के लिए अब शाह ने अपने पत्ते खोले हैं। चुनावी दंगल में शाह ने अब योद्धा मोदी को उतारा है, जो पार्टी को जीत दिलवाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।