भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक इन 69 सीटों में से 41 पर तो पार्टी के ही विधायक हैं। इनमें से भी छह केबिनेट मंत्री हैं। केबिनेट मंत्रियों की सर्वे रिपोर्ट में अच्छी स्थिति नहीं होने के चलते अमित शाह ने इन मंत्रियों को चुनाव लडऩे के लिए पहली सूची में हरी झंडी नहीं दी थी। वहीं चार राज्यमंत्री और तीन संसदीय सचिवों के नाम भी रुके हुए हैं। एेसा माना जा रहा है कि इनमें से पार्टी कुछ के टिकट भी काटने की तैयारी कर रही है।
दो दिन तक प्रदेश कोर कमेटी की टीम मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सरकारी निवास पर 69 सीटों को लेकर लम्बी मंत्रणा कर चुकी है और मंगलवार शाम को भी इस पर काफी मंत्रणा हुई। भाजपा की कोशिश है कि अगली सूची 50 से 55 नामों की घोषणा करवा दी जाए। बाकी सीटों की एेनवक्त पर घोषणा हो सकती है। हालांकि, चर्चा सभी सीटों पर हो जाएगी।
कांग्रेस की सूची का भी हो रहा इंतजार
भाजपा नेता इस इंतजार में भी है कि अगली सूची जारी करने से पहले कांग्रेस की सूची जारी हो जाए, जिससे कुछ सीटों पर जहां भाजपा की स्थिति कमजोर या संघर्ष वाली है, वहां जिताऊ उम्मीदवार को टिकट दिया जाए। पार्टी करीब पच्चीस एेसी सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी का इंतजार कर रही है।
भाजपा नेता इस इंतजार में भी है कि अगली सूची जारी करने से पहले कांग्रेस की सूची जारी हो जाए, जिससे कुछ सीटों पर जहां भाजपा की स्थिति कमजोर या संघर्ष वाली है, वहां जिताऊ उम्मीदवार को टिकट दिया जाए। पार्टी करीब पच्चीस एेसी सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी का इंतजार कर रही है।