7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rajasthan Election : मायावती ने राजस्थान सरकार को दिखाया आइना, बोली – अच्छा रिजल्ट हासिल करेगी बसपा

Rajasthan Assembly Election 2023 : बसपा सुप्रीमो मायावती राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 अकेले अपने बूते पर लड़ेंगी। राजस्थान सरकार पर मायावती ने जमकर हमला किया। मायावती ने कहा राजस्थान में भ्रष्टाचार अहम मुद्दा है। साथ ही अन्य मुद्दों पर जनता का ध्यानाकर्षण किया।

2 min read
Google source verification
mayawati.jpg

बसपा सुप्रीमो मायावती

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 बेहद नजदीक आ गए है। सिर्फ तीन महीने ही बचे हैं। राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी है। पर बहुजन समाज पार्टी ने भाजपा-कांग्रेस से तेज निकली। बसपा ने तो अब तक पांच उम्मीदवारों का भी ऐलान कर दिया है। राजस्थान में बसपा अकेले ही विधानसभा चुनाव लड़ेगी। बसपा सुप्रीमो मायावती को राजस्थान विधानसभा चुनाव में किसी का भी साथ गवारा नहीं है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज ट्वीट के जरिए राजस्थान की गहलोत सरकार जमकर निशाना साधा। मायावती ने राजस्थान - छत्तीसगढ़ की कांग्रेस व मध्यप्रदेश की भाजपा सरकारों को आइना दिखाते हुए ट्वीट किया कि, भाजपा-शासित मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि कांग्रेस के राजस्थान व छत्तीसगढ़ में भी भ्रष्टाचार अहम मुद्दा, किन्तु इनकी जनविरोधी नीतियों व विकास के हवाहवाइ दावों के कारण सर्वसमाज के गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिला असुरक्षा आदि का त्रस्त जीवन इन तीनों राज्यों में असली चुनावी मुद्दे।



बसपा को भरोसा, अच्छा रिजल्ट हासिल करेगी पार्टी

बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि बसपा इन तीनों राज्यों में भाजपा व कांग्रेस सरकारों के खिलाफ जनहित व जनकल्याण के खास मुद्दों को लेकर अकेले अपने बूते पर विधानसभा का यह चुनाव लड़ रही है। जिसके लिए उम्मीदवारों के नाम भी स्थानीय स्तर पर घोषित किए जा रहे हैं। पार्टी को भरोसा है कि वह अच्छा रिजल्ट हासिल करेंगी।

यह भी पढ़ें - CM Gehlot लॉन्च करने जा रहे हैं एक और फ्री योजना, जानिए अब जनता को क्या मिलेगा

मायावती ने कांग्रेस व भाजपा पर उठाया सवाल

बसपा सुप्रीमो मायावती ने आगे कहा, मध्यप्रदेश सरकार में 50 प्रतिशत कमीशनखोरी के आरोप को लेकर कांग्रेस व भाजपा के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप, मुकदमों आदि की राजनीति से कमरतोड़ महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, शोषण-अत्याचार आदि जनहित से जुड़े ज्वलन्त मुद्दों का चुनाव के समय पीछे छूट जाना कितना उचित? ऐसा क्यों?

यह भी पढ़ें - CEC Appointment Bill पर सीएम गहलोत की भाजपा को सलाह, जानकर हो जाएंगे हैरान