भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ( Satish Poonia ) ने प्रदेश में बिजली के दाम बढ़ाये जाने पर कहा कि राज्य सरकार अपने घोषणा पत्र से फिर से मुकर गई है। उन्होंने कहा कि विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली की दरों में बढ़ोतरी का ऐलान कर 60 लाख उपभोक्ताओं पर बिजली की कीमत बढ़ा दी है।
उन्होंने कहा ”क्या हुआ कांग्रेस तेरा वादा-वो कसम वो ईरादा”.. फिर जन घोषणा पत्र के वादों से मुकरी राजस्थान सरकार, बिजली टैरिफ में 11 प्रतिशत की वृद्धि, 60 लाख उपभोक्ताओं पर बिजली की कीमत बढोतरी का करंट।”
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार उस वादे से मुकरी हुई दिखाई दे रही है जिसमें उसने कहा था कि पांच साल में बिजली कीमतों में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी संवेदना खो दी है और अपने वादों से मुकर चुकी है।
इसी तरह रालोपा के संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी राज्य में बिजली दरें बढ़ाने का विरोध करते हुए कांग्रेस को झूठ और धोखे का दूसरा नाम करार दिया। बेनीवाल ने कहा कि दिल्ली के चुनाव में मुफ्त बिजली का दावा करने वाली कांग्रेस राजस्थान में बिजली की दरें बढ़ाकर अपने जनघोषणापत्र में किये वादे से मुकर रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस दिल्ली चुनाव में मुफ्त बिजली देने की बात कर रही है और राजस्थान में बिजली की दरें बढाकर जनता पर बोझ डाल रही है। दिल्ली चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में 600 यूनिट तक फ्री बिजली देने का दावा किया है जबकि राजस्थान में उसने बिजली के दाम 15 से 25 फीसदी तक बढा दिए हैं। बिजली की दरें 95 पैसा प्रति यूनिट तक बढा दी गई तथा स्थाई शुल्क भी 115 रुपए तक बढा दिया गया।
गौरतलब है कि विद्युत विनियामक आयोग ने गुरुवार को बिजली की नई दरें घोषित कर इसमें 15 से 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी करने की घोषणा की। इसमें उपभोक्ताओं पर प्रति यूनिट 95 पैसे तक बढाये गये है तथा स्थाई शुल्क भी 25 से 115 रुपए तक बढा दिया गया है।