सोशल मीडिया पर पोस्ट हुई तस्वीरें
ठिठुरती रात में जारी ज़मीन सत्याग्रह आंदोलन की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी शेयर की जा रही हैं। सर्द रात में सांसद डॉ मीणा सहित पुरुष-महिला किसानों के सांकेतिक समाधि की तस्वीरें साझा की जा रही हैं। इन तस्वीरों को साझा करते हुए डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने लिखा, ‘भूमि समाधि आंदोलन के दौरान अभी भी धरनास्थल पर मौजूद हूँ, किसानों की मांगे पूरी नहीं होने तक कड़ाके की ठंड में यहीं रहूंगा।
सांसद डॉ मीणा के नेतृत्व में किसान दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के लिए किये गये भूमि अधिग्रहण का पुरज़ोर विरोध कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि वर्ष 2012 में किसानों ने 4 लाख 20 हजार की एक बीघा जमीन खरीदी थी, जिसको अधिग्रहण करने की एवज में उन्हें डीएलसी दर की दो गुना राशि बतौर मुआवज़ा दिया जा रहा है। जबकि आंदोलनरत किसानों की मांग है कि उन्हें डीएलसी दर का चार गुना मुआवजा मिलना चाहिए। इसी का विरोध जताने के लिए लगभग 70 पुरुषों और 31 महिलाओं ने विरोध दर्ज़ करवाने और चार गुना मुआवज़ा दिए जाने की मांग पर सांकेतिक समाधि ली है। सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी किसानों के समर्थन में उतर गए हैं।
केंद्र के नियमों से मिले मुआवज़ा आंदोलन कर रहे किसानों का दावा है कि लगभग 15 हजार से अधिक किसान भूमि अधिग्रहण का उचित मुआवजा न मिलने से परेशान हैं। आंदोलन के एक अन्य नेता हिम्मत सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की योजना में मुआवजा राज्य सरकार के नियमानुसार और केन्द्र सरकार की योजना का मुआवजा केन्द्र सरकार के नियमों के अनुसार दिया जाता है। ये केन्द्र सरकार की योजना है इसलिए मुआवजा राशि केन्द्र सरकार के नियमों के अनुसार जब तक नहीं मिलेगी यह आंदोलन जारी रहेगा।