योग्य नेता ज्यादा, इसलिए देर
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति में हो रही देरी पर कटारिया ने कहा कि पार्टी को तय करना है, वो कर दिया जाएगा। वैसे भी भाजपा में योग्य नेताओं की संख्या अधिक होने से प्रदेशाध्यक्ष चुनने में देरी हो रही है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति में हो रही देरी पर कटारिया ने कहा कि पार्टी को तय करना है, वो कर दिया जाएगा। वैसे भी भाजपा में योग्य नेताओं की संख्या अधिक होने से प्रदेशाध्यक्ष चुनने में देरी हो रही है।
पायलट का पलटवार, स्वीकारने में लगे 5 साल
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि प्रदेश में लगातार सरकार की अनदेखी से व्यथित होकर किसान आत्महत्या कर रहे हैं। लेकिन राज्य के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कार्यकाल के अंतिम वर्ष में स्वीकारा है कि प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। पायलट ने कहा कि भाजपा राज में अब तक लगभग 100 किसानों ने आत्महत्या की है, लेकिन गृहमंत्री ने तीन आत्महत्याओं को ही स्वीकारा है। मंगलवार को फिर एक किसान ने लहसुन की फसल का लागत जितना मूल्य भी नहीं मिलने पर जीवनलीला समाप्त कर ली है। दो किसानों की मौत के बाद सरकार कह रही है कि लहसुन की खरीद शुरू की जाएगी, जो बताता है कि जब तक किसान अपनी जान न दें तब तक सरकार की नींद नहीं खुलती। सरकार कर्जे में डूबे किसानों के ऋण माफ करने की घोषणा भी चुनावी वर्ष में लेकर आई है, ताकि किसानों को भ्रमित कर वोट लिया जा सके।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि प्रदेश में लगातार सरकार की अनदेखी से व्यथित होकर किसान आत्महत्या कर रहे हैं। लेकिन राज्य के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कार्यकाल के अंतिम वर्ष में स्वीकारा है कि प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। पायलट ने कहा कि भाजपा राज में अब तक लगभग 100 किसानों ने आत्महत्या की है, लेकिन गृहमंत्री ने तीन आत्महत्याओं को ही स्वीकारा है। मंगलवार को फिर एक किसान ने लहसुन की फसल का लागत जितना मूल्य भी नहीं मिलने पर जीवनलीला समाप्त कर ली है। दो किसानों की मौत के बाद सरकार कह रही है कि लहसुन की खरीद शुरू की जाएगी, जो बताता है कि जब तक किसान अपनी जान न दें तब तक सरकार की नींद नहीं खुलती। सरकार कर्जे में डूबे किसानों के ऋण माफ करने की घोषणा भी चुनावी वर्ष में लेकर आई है, ताकि किसानों को भ्रमित कर वोट लिया जा सके।
सरकार की अनदेखी
सरकार किसानों की आत्महत्याओं की भी अनदेखी कर रही है। कुछ दिनों पूर्व ही लहसुन की फसल की उचित कीमत नहीं मिलने से किसान ने परेशान होकर बारां में आत्महत्या कर ली थी।
सरकार किसानों की आत्महत्याओं की भी अनदेखी कर रही है। कुछ दिनों पूर्व ही लहसुन की फसल की उचित कीमत नहीं मिलने से किसान ने परेशान होकर बारां में आत्महत्या कर ली थी।