दरअसल राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को एक पत्र में बेमौसम बारिश एवं अंधड़ के कारण श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ एवं कोटा जिलों के प्रभावित क्षेत्रों से अवगत करवाते हुए वहां के गेहूं खरीद के लिए निर्धारित मापदंडों में छूट चाही थी। इस सम्बन्ध में भारत सरकार द्वारा गठित टीम द्वारा प्रभावित जिलों में गेहूं फसल के खरीद सैंपल लेकर जांच की गई थी। केंद्र सरकार द्वारा जांच के बाद समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद के लिए निर्धारित मापदंडों के अनुसार छूट प्रदान की गई है, जिसके कारण प्रदेश के गेहूं उत्पादक काश्तकारों को काफी राहत मिलेगी।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया है कि प्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2021-22 के दौरान समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद का कार्य सुचारु रूप से जारी है। जिला श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ व कोटा में बेमौसम बारिश एवं अंधड़ के कारण गेहूं फसल की गुणवत्ता में गुणात्मक क्षति हुई थी, जिस कारण भारतीय खाद्य निगम के किस्म निरीक्षक द्वारा बरसात से प्रभावित गेहूं (बिनाकम चमक का गेहूं) को भारत सरकार के खरीद मानकों के अनुरूप नहीं नहीं पाया। इससे गेहूं खरीदने में असमर्थता जताई जा रही थी।
जैन ने बताया है कि गेहूं उत्पादक किसानों को असुविधा हो रही थी जिसके बारे में जिला कलेक्टरों द्वारा भी इस सम्बन्ध में छूट दिलाये जाने का अनुरोध किया गया था। उन्होंने जिला कलक्टर श्री गंगानगर, हनुमानगढ़ एवं कोटा सहित खरीद एजेंसीज को केंद्र सरकार से प्राप्त छूट के सम्बन्ध में अवगत कराते हुए गेहूं की निर्बाध रूप से खरीद किये जाने के निर्देश प्रदान किए हैं।