भरतपुर, धौलपुर, सवाई माधोपुर, दौसा, टोंक में बस मैसेज का इंतजार
सचिन पायलेट, विश्वेन्द्र सिंह, मुरारी लाल मीणा समेत अन्य दिग्गजों को सरकार से हटाने के बाद अब कई जिलों में इन नेताओं के समर्थक हंगामे की तैयारी में है। सड़क मार्ग पर कई जगहों पर सादा वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी तरह के मूवमेंट पर नजर रखी जा सके। हांलाकि करौली, हिंडौन समेत आसपास के गुर्जर बाहुल्य क्षेत्रों में रहने वाले समर्थकों का कहना है कि वे किसी तरह का हंगामा नहीं करेंगे लेकिन अपना हक भी नहीं छोड़ेंगे। भरतपुर और दौसा में भी यही हाल है। समर्थकों का यही कहना है कि उनको बस नेताओं की ओर से मैसेज का इंतजार है उसके बाद ये समर्थक अपनी रणनीति तय करेंगे।
आईबी की नजर में कई नेता, पुलिस को दी गई है सूचना
उधर दौसा, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, अलवर, भीलवाड़ा समेत दस से भी ज्यादा जिलों में गुर्जर, जाट और मीणा नेताओं पर आईबी की भी नजर है। जिला स्तर ओर प्रदेश कार्यकारिणी में जगह रखने वाले कई नेताओं के साथ ही छात्र राजनीति से जुड़े कई युवा नेताओं पर भी आईबी की नजर है। उनकी हर गतिविधी को ट्रेक किया जा रहा है और साथ ही लोकल पुलिस को भी इस बारे में सूचना दी गई है। कई जगहों पर तो लोकल नेताओं तक पुलिस ने मैसेज भी दिया है कि वे किसी भी तहर के हंगामें से दूर रहें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
सीनियर आईपीएस अफसरों ने डाल डेरा, होमगार्ड जवानों को लगाया
उधर जिलों की पुलिस और पुलिस अधीक्षक के अलावा पुलिस मुख्यालय से कई सीनियर आईपीएस अफसरों को भी दौसा, भरतपुर, धौलपुर, टोंक समेत अन्य कई जिलों में भेजा गया है ताकि वे पूरी स्थिति पर नजर रख सकें। एडीजी सौरभ श्रीवास्तव ने उन आईपीएस अफसरों को भेजा है। दौसा जिले में एसपी रहे अंशुमान भौमिया को दौसा, भरतपुर में अधीक्षक रहे सीनियर आईपीएस विकास कुमार समेत अन्य कई आईपीएस अफसरों को इसलिए इन जिलों में भेजा गया है ताकि वे स्थानीय नेताओं को समझाएं और कानून की पालना कराएं। इस बीच एक हजार से भी ज्यादा होमगार्ड को बारह से ज्यादा जिलों में तैनाती दी गई है। उनको आज से आगामी आदेशों तक इन जिलों में पुलिस की मदद करने के लिए भेजा गया है। अस्सी से सौ की टुकडी में ये होमगार्ड जिलों में जाने लगे हैं।