दरअसल, आयोग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का समर्थन करने संबंधी राज्यपाल कल्याण सिंह के बयान को चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन माना है और इसकी शिकायत राष्ट्रपति से की थी। सूत्रों के मुताबिक़ आयोग ने इस मामले में जांच पूरी करने के बाद अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को भेज दी थी। गौरतलब है कि कल्याण सिंह संवैधानिक पद पर आसीन हैं, इसलिए आयोग ने राष्ट्रपति को पत्र के जरिये जांच रिपोर्ट से अवगत कराया है।
इस बयान के बाद शुरू हुआ विवाद
राजस्थान के राज्यपाल ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं से कहा था कि मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनना चाहिए। कल्याण सिंह ने अपने बयान में कहा था, ”हम सभी भाजपा के कार्यकर्ता हैं। मोदी दुबारा प्रधानमंत्री बनें।” आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए अलीगढ़ के जिलाधिकारी से मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। इसकी जांच में कल्याण सिंह के खिलाफ आरोप की पुष्टि हुई।
राजस्थान के राज्यपाल ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं से कहा था कि मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनना चाहिए। कल्याण सिंह ने अपने बयान में कहा था, ”हम सभी भाजपा के कार्यकर्ता हैं। मोदी दुबारा प्रधानमंत्री बनें।” आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए अलीगढ़ के जिलाधिकारी से मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। इसकी जांच में कल्याण सिंह के खिलाफ आरोप की पुष्टि हुई।
राज्यपाल कल्याण सिंह हों बर्खास्त: कांग्रेस
चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कांग्रेस ने राष्ट्रपति से राज्यपाल कल्याण सिंह को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है। पार्टी के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि चुनाव आयोग की रिपोर्ट में दोषी साबित होने के बाद राज्यपाल कल्याण सिंह को एक दिन भी पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद विदेश दौरे से वापस आ गए हैं, अब तत्काल सिंह को बर्खास्त करना चाहिए। पहले भी ऐसे मामलों में राज्यपाल हटे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है।