दोनों अस्पतालों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट पेश की। एसएमएस की टीम ने स्वाइन फ्लू पॉजिटिव बताया और अपोलो ने एसएमएस की रिपोर्ट को नकारते हुए अपनी रिपोर्ट में राज्यपाल को स्वाइन फ्लू नेगेटिव बताया। लेकिन अब वापिस एसएमएस अस्पताल ने सैंपल की पुख्ता जांच कर एक बार फिर से साबित कर दिया है की राज्यपाल को स्वाइन फ्लू पॉजिटिव है।
रिपोर्ट तय नहीं होने से इलाज़ में देरी ऐसे में इन दोनों अस्पताल की रिपोर्ट की कश्मकश में कही ना कहीं राज्यपाल के स्वास्थ्य का ही नुक़सान हो रहा है। रिपोर्ट पॉजिटिव है या नेगेटिव ये पता ना लगने से अभी तक उनका उपचार भी पूर्ण रूप से तय नहीं हो पाया है। रिपोर्ट तय न हो पाने से सही इलाज़ में देरी हो रही है।
राज्य सरकार ने SMS की रिपोर्ट को माना सही राज्यपाल की स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पुष्टि के बाद सवालों के घेरे में आई एसएमएस मेडिकल कॉलेज की स्वाइन फ्लू रिपोर्ट को आखिरकार राज्य सरकार ने सही माना है। सैम्पल जांच रिपोर्ट की गुणवत्ता के बारे मे गठित की गई कमेटी ने शुक्रवार को अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया है और पहले की तरह इस बार भी एसएमएस की जांच में राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह को स्वाइन फ्लू पॉजिटिव आया है।
इसी के साथ अब अपोलो हॉस्पिटल की जांच रिपोर्ट पर सवाल खड़े हो गए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ के निर्देश पर चिकित्सा शिक्षा विभाग के शासन सचिव आनन्द कुमार की अध्यक्षता में गठित कमेटी के प्रतिवेदन के अनुसार एस.एम.एस. की स्वाईनफ्लू जांच की रिपोर्ट सही पायी गई है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा SMS में है जांच की पुख्ता व्यवस्था राज्य चिकित्सा मंत्री काली चरण सराफ ने बताया कि एस.एम.एस. में पॉजिटिव पाए गए स्वाइन फ्लू की पुख्ता व्यवस्थाएं हैं। अत्याधुनिक मशीनों पर तकनीकी रूप से प्रशिक्षित तकनीशियनों द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों की देख-रेख में स्वाईनफ्लू सैम्पल्स की जांच की जाती है।
उन्होनें बताया कि जांच कमेटी को एस.एम.एस. की स्वाईनफ्लू जांच में पॉजिटिव पाए गए 4 सैम्पल्स की पुन: जांच कराने के निर्देश दिये गए थे। इन चारों सैम्पल्स की ई.एच.सी.सी. हॉस्पिटल की लैब में पुन: जांच करवायी गई और चारों सैम्पल पॉजिटिव ही पाये गए। ऐसे में उनके पास इस रिपोर्ट की पुख्ता जांच है।
हमें जांच पर था पूरा भरोसा : प्राचार्य यूएस अग्रवाल इधर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य यूएस अग्रवाल ने बताया कि हमें अपनी जांच पर पूरा भरोसा था। स्वाइन फ्लू की जांच के मामले में हमारी व्य्वस्था पुख्ता है और किसी भी प्रकार की लापरवाही का सवाल ही नहीं उठता है। कमेटी के प्रतिवेदन के बाद हमारा कॉलेज की जांचों पर विश्वास और बढ़ गया है। इस संबंध में कमेटी को कॉलेज की ओर से भी रिपोर्ट भेजी गई थी।