रोडवेज में निशुल्क यात्रा के पास जारी सभी के परिजनों को उनकी शहादत के दिन ही तत्काल सहयता के रूप में 5 लाख रूपये की सहयता दी गई थी। मंगलवार को शहीद हेमराज मीणा के परिजनों को सहयता पैकेज के शेष ४५ लाख रुपए प्रदान करने के लिए जिला कलक्टर को राशि जारी की गई, जो बुधवार को उनके परिजनों को घर जाकर जिला प्रशासन की ओर से प्रदान की गई। धौलपुर के भागीरथ सिंह के परिजनों के लिए भी 45 लाख रुपए की राशि जारी की गई। सभी शहीद आश्रितों को रोडवेज बसों में निशुल्क यात्रा की सुविधा के लिए भी पास जारी किए जा चुके है।
शहीदों के नाम पर विधालय का नामकरण
पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के नाम पर अब राज्य सरकार सरकारी विधालय का नामकरण करेगी। जल्द ही नाम बदलने की कार्यवाई की जा रही है।
वही राजस्थान सरकार शहीदों के बच्चों के लिए सरकारी नौकरी भी देगी। इसके लिए प्रशासन ने अधिकार सुरक्षित कर दिए है।
पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के नाम पर अब राज्य सरकार सरकारी विधालय का नामकरण करेगी। जल्द ही नाम बदलने की कार्यवाई की जा रही है।
वही राजस्थान सरकार शहीदों के बच्चों के लिए सरकारी नौकरी भी देगी। इसके लिए प्रशासन ने अधिकार सुरक्षित कर दिए है।
आपको बता दे की जम्मू कश्मीर के पुलवामा ने 14 फरवरी 2019 को हुए आतंकी हमला देश का सबसे बड़ा आतंकी हमला है। इस हमले में देश के 40 जवान शहीद हो गए। सीआरपीएफ के काफिले पर किए गए इस आत्मघाती हमले में शहीद होने वाले जवानों में राजस्थान के भी पांच सपूत शामिल हैं।
जयपुर के रोहिताश लाम्बा, धौलपुर के भागीरथ, राजसमंद के नारायण लाल गुर्जर, भरतपुर के जीतराम गुर्जर और कोटा के हेमराज मीणा पुलवामा हमले में शहीद हुए थे।