राजधानी जयपुर में भाजपा की ओर से अलग से किए गए कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित तमाम बड़े नेता शामिल हुए, लेकिन जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में आयोजित ( Yoga Day in jaipur ) कार्यक्रम में कोई मंत्री तक नजर नहीं आया। राज्य स्तरीय कार्यक्रम भी जयपुर से बाहर अजमेर में रखा गया, जहां चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा शमिल हुए। इसके अलावा जिलों में हुए कार्यक्रम में कुछ ही मंत्री शामिल हुए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर में मौजूद थे, लेकिन बजट संबंधी तैयारियों के चलते कार्यक्रम से दूर रहे।
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ की ओर से अपने निवास पर योग कार्यक्रम रखा गया, लेकिन अधिकतर मंत्री योग कार्यक्रम से दूर ही रहे। मुख्यमंत्री के हाथ की सर्जरी शनिवार को होनी है, ऐसे में वे अपने निवास पर ही योग में शामिल हुए। प्रदेश के कुछ जिलों को छोड़ दिया जाए तो खरगौन, उज्जैन, शाजापुर, आगर, ग्वालियर, सतना, रतलाम, बड़वानी, बुरहानपुर, सतना, मंदसौर व नीमच जिले में भी कोई मंत्री योग कार्यक्रम में नहीं पहुंचा। खास बात यह है कि इन जिलों में से कई में भाजपा नेता पहुंचे, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने दूरी बनाए रखी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले सकें। वे वित्त मंत्रियों की बैठक में शामिल होने दिल्ली गए थे। हालांकि उन्होंने सुबह नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ सदन में योग किया। उन्होंने इसकी फोटो सोशल मीडिया में भी जारी की। प्रदेश के सभी मंत्रियों ने भी अलग-अलग स्थानों पर कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इसकी वजह से छत्तीसगढ़ सरकार ने विश्व रिकॉर्ड अपने नाम करा लिया। यहां प्रदेश के विभिन्न जगहों पर करीब 60 लाख लोगों ने योग किया। राजधानी में हुए मुख्य कार्यक्रम में गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधि ने छत्तीसगढ़ को नए विश्व कीर्तिमान बनाने का प्रोविजनल प्रमाण पत्र दिया।