script‘गहलोत सरकार में अपराधों की राजधानी बन गया राजस्थान’ | Rajasthan has become the capital of crimes under Gehlot government | Patrika News

‘गहलोत सरकार में अपराधों की राजधानी बन गया राजस्थान’

locationजयपुरPublished: May 21, 2022 12:01:51 pm

– भाजपा की राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक में गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प
– भाजपा ने कांग्रेस सरकार को जनविरोधी ठहराया, कहा- किसानों का नहीं हुआ कर्जमाफ

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जयपुर. भाजपा की राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक में अशोक गहलोत सरकार को 2023 में उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में कुल तीन वक्तव्य जारी हुए। इनमें सबसे महत्वपूर्ण गहलोत सरकार के खिलाफ जारी तीखा बयान रहा। भाजपा ने 6 प्रमुख मुद्दों के आधार पर राजस्थान की जनविरोधी सरकार शीर्षक से वक्तव्य जारी किया। भाजपा ने कहा कि शांति के लिए प्रसिद्ध राजस्थान को गहलोत सरकार ने अपराधों की राजधानी बना दिया। राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक के बाद राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े और राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गहलोत सरकार के खिलाफ बयान जारी किए।
इन मुद्दों पर घेरा राज्य सरकार को

1-जनता बेहाल

भाजपा नेताओं ने कहा कि करीब 42 माह से कांग्रेस पार्टी का यहां शासन है। कोटा के अस्पताल में 100 से अधिक बच्चों की मौत हुई। कांग्रेस सरकार केंद्र की योजनाओं को लागू नहीं कर रही है। वहीं नाम बदलकर वाहवाही लूट रही है।
2-किसान विरोधी सरकार

भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने घोषणा पत्र से लेकर सभाओं में कर्जमाफी का वादा कर वोट जरूर लिए, लेकिन 10 दिन में कर्जा माफी का वादा पूरा नहीं हुआ। किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुए और 9 हजार से अधिक की जमीनें नीलाम हुईं।
3- सबसे ज्यादा पर्चा लीक राजस्थान में

भाजपा ने गहलोत सरकार को युवा विरोधी करार देते हुए कहा कि राज्य में 32 प्रतिशत बेरोजगारी दर है। बेरोजगारी भत्ता के नाम पर नौजवानों के साथ छलावा हुआ। तीन साल में 70 लाख युवाओं ने परीक्षा दी, लेकिन नौजवानों के सपने को चकनाचूर करने का काम संगठित नकल एवं पर्चा लीक गिरोह ने किया। देश में सबसे ज्यादा पर्चा लीक की घटनाएं राजस्थान में हुईं।
4- कानून-व्यवस्था बदहाल

कांग्रेस के तीन साल के शासनकाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है। प्रतिदिन 18 बलात्कार व 7 हत्या के मामले आ रहे। अब तक 7 लाख से अधिक दर्ज हुए मुकदमे राज्य की ध्वस्त कानून-व्यवस्था के उदाहरण हैं।
5-तुष्टीकरण वाली सरकार

कांग्रेस सरकार तुष्टीकरण वाली सरकार बनी। वोटबैंक की राजनीति के कारण गहलोत सरकार ने तुष्टीकरण की सारें हदें पार कर दीं। करौली, जोधपुर, भीलवाड़ा, भरतपुर और नोहर में सुनियोजित तरीके से हिंसा हुई। अलवर में 300 वर्ष पुराने शिवमंदिर को ध्वस्त कर दिया गया। बहुसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं। हास्यास्पद है कि कानून-व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
6- राज्य में आर्थिक आपातकालप्रदेश में आर्थिक आपातकाल जैसे हालात हैं। पानी-बिजली के लिए हाहाकार मचा है। गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए पार्टी के लोग परिश्रम की पराकाष्ठा करेंगे।

समय आने पर जुड़ जाएगा इंजन
राष्ट्रीय महामंत्री तावड़े ने कहा कि राजस्थान में आगामी चुनाव में डबल इंजन की सरकार बनेगी। मुख्यमंत्री चेहरे के बिना चुनाव लड़ेंगे या चेहरा घोषित होगा। इस सवाल पर तावड़े ने कहा कि सही समय पर सही इंजन जोड़ने का काम भाजपा को आता है। जब यहां का इंजन तय करने का समय आएगा, उस समय पार्टी अपने आप तय कर देगी।
मोदी है सबसे बड़ा चेहरा: रमनछत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में पार्टी के चेहरे के सवाल पर सधा हुआ जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैं 15 साल मुख्यमंत्री रहा, लेकिन तब मुझे चेहरा घोषित नहीं किया गया था। आज नरेंद्र मोदी भाजपा के चेहरे हैं।
राजस्थान की कांग्रेस सरकार के कुशासन के खात्मे का लेंगे संकल्प: नड्डा

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्चुअल उद्बोधन से पहले राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक की प्रस्तावना रखी। नड्डा ने कहा कि संगठन को जब-जब आवश्यकता पड़ी है। प्रधानमंत्री का हमेशा नेतृत्व और मार्गदर्शन मिला। कोरोना काल में जब सभी राजनीतिक दल लॉकडाउन हो गए, आइसोलेशन में चले गए। ऐसे वक्त पर मोदी ने हमें सेवा ही संगठन का मंत्र दिया। नड्डा ने अपने संबोधन में राजस्थान की गहलोत सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि इस बैठक के ज़रिए राजस्थान में कांग्रेस सरकार के कुशासन के खात्मे का भी संकल्प लेंगे।
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