कोरोना की जांच में राजस्थान ने गाड़े झंडे
जयपुरPublished: Apr 05, 2020 07:21:02 pm
अपने शौर्य और पराक्रम के लिए सदियों से मशहूर राजस्थान कोविड 19 यानी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में भी सूरमा साबित हो रहा है। इस वायरस की जांच के मामले में राजस्थान अभी देश में नंबर दो पर है। पहला राज्य केरल है।
कोरोना की जांच में राजस्थान ने गाड़े झंडे
राजस्थान में कोरोना की 10 हजार से ज्यादा जांच
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने इस बारे में बताया कि राज्य में कोरोना के लिए पर्याप्त मात्रा में जांचें हो रही हैं। राजस्थान केरल के बाद पहला ऐसा राज्य है, जहां सर्वाधिक जांचें हुई हैं।
जरा सी आशंका पर भी कर रहे जांच
उन्होंने बताया कि रविवार तक 11 हजार 136 लोगों की जांचें हो चुकी है और 412 प्रक्रियाधीन है। कोरोना संक्रमण की थोड़ी भी आशंका होने पर स्क्रीनिंग कर जांच करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि विभाग और सरकार कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है।
25 से ज्यादा से लोग उपचार से हुए नेगेटिव
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि रविवार सुबह तक 210 केस पॉजीटिव चिह्नित किए गए हैं। चिकित्सकों की मदद से इनमें 25 से ज्यादा नेगेटिव हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से मरने वालों में ज्यादातर उम्रदराज लोग और किडनी, हार्ट, डायबिटीज सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति हैं।
मृतकों में ज्यादातर वृद्ध और गंभीर बीमार थे
डॉ. शर्मा ने यह भी कहा कि इन मरीजों में से अधिकांश गंभीर हालात में अस्पतालों में भर्ती हुए थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वेंटिलेटर्स, पीपीई किट, एन-95 मास्क, थ्री लेयर मास्क सहित समस्त सामग्री पर्याप्त संख्या और मात्रा में उपलब्ध है।
पौने 5 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग पूरी
डॉ. शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने एक्टिव सर्विलांस के तहत अब तक 1 करोड़ 11 लाख परिवारों के 4.75 करोड़ लोगों का सर्वे और प्राथमिक तौर पर स्क्रीनिंग की है। किसी भी व्यक्ति में थोड़े से भी लक्षण दिखते ही उसकी जांच करवाई जा रही है। कोशिश है कि प्रदेश के शत-प्रतिशत लोगों की स्क्रीनिंग हो जाए ताकि कोरोना को कम्यूनिटी में फैलने से रोका जा सके।
रैपिड टेस्टिंग किट आने के बाद आएगी तेजी
डॉ. शर्मा ने कहा कि आईसीएमआर ने 12 कंपनियों को रैपिड टेस्टिंग किट बनाने के लिए अधिकृत किया है। जल्द ही राज्य को रैपिड टेस्टिंग किट उपलब्ध हो जाएगी और सीरो सर्विलांस के तहत महत्वपूर्ण स्थलों की सघन रैंडम सैंपलिंग की जाएगी। इससे कोरोना के बढ़ते प्रकोप पर लगाम लगाई जा सकेगी।
निराश्रितों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए इसके लिए मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार सभी जिला कलेक्टर्स को अपने-अपने जिलों के भिखारी, कचरा एकत्रित करने वाले, बेघर, निराश्रित और तकलीफशुदा लोगों का डाटा तैयार करने को कहा जा रहा है, ताकि सरकार की पॉलिसी में इन्हें स्थाई तौर पर शामिल कर उनका ध्यान रखा जाएगा।
निराश्रित को भी मिलेगा बीपीएल वाला पैकेज
उन्होंने कहा कि डेटा एकत्रित होने के बाद बीपीएल, पेंशनधारियों, तकलीफशुदा लोगों को दिए जा रहे पैकेज में इन्हें शामिल कर लिया जाएगा। इससे सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से भी यह वर्ग अछूता नहीं रहेगा।