लगातार हो रही बारिश के कारण ये राहत कुछ जगहों पर लोगों के लिए आफत भी बनने लगी है। प्रदेश में वर्षाजनित हादसों से अब तक कुल सात लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं बारिश ने एक बार फिर शहर के स्मार्ट ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल कर रखी दी है। नालों की सफाई करने वाले ग्रेटर और हेरिटेज निगम के वादे इस बार भी कागजी नजर आए। शहर के जेएलएन मार्ग, सांगानेर, टोंक रोड, मालवीय नगर, जगतपुरा, सीकर रोड, सोडाला, मानसरोवर सहित अन्य जगहों पर सड़कों पर जलभराव नजर आ रहा है। सड़कों पर बने गड्ढों से हादसे होने का डर बना हुआ है।
भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार जयपुर, भरतपुर, कोटा संभाग के जिलों के कुछ स्थानों पर भारी बारिश तथा कहीं कहीं अत्यंत भारी बारिश हो सकती है। 4-5 अगस्त को पूर्वी राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में कुछ कमी हो सकती है। वहीं विभाग ने आज जयपुर, झालावाड़, अलवर, दौसा, भरतपुर, सीकर, झुंझुनूं, नागौर, अजमेर, उदयपुर, राजसमंद, टोंक और कोटा में तेज बारिश की संभावना जताई है।
बढ़ने लगी परेशानी
लगातार हो रही बारिश से कई कच्ची बस्तियों में पानी भर गया जिसे रातभर मडपंपों से पानी निकाला जा रहा है। इधर बाढ़ नियंत्रण कक्ष में शिकायतें बढ़ने से समय पर निस्तारण नहीं हो पा रहा है। सुशीलपुरा, भांकरोटा स्थित बंगाली बस्ती, मानसरोवर कच्ची बस्ती, रंगोली गार्डन, वैशाली नगर में घरों में पानी घुस गया। रातभर लोग पानी निकालने के लिए मशक्कत करते नजर आए। फिलहाल यहां राहत के लिए कोई नहीं पहुंचा। इधर झोटवाड़ा स्थित केडिया पैलेस के पास पानी में फंसी कार से चार लोगों को मुश्किल से बाहर निकाला। आमेर में हाड़ीपुरा स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय सहित आसपास की आंगनबाडयि़ों में पानी भर गया।
यहां भी तेज बारिश
सवाईमाधोपुर, बारां के शाहाबाद , छीपाबड़ौद छबड़ा, मांगरोल में भारी बारिश से कई गांव टापू बन गए हैं। वहीं गांवों में पानी घुसने से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो चुका है। वहीं बीते 24 घंटे में आज सुबह तक टोंक के उनियारा में 170 एमएम बारिश दर्ज की गई। देवली के नगरफोर्ट तालाब ओवरफ्लो होने से ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई। करौली, बूंदी सहित कई जगहों पर जलभराव होने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। बाड़ी बसेडी धौलपुर मार्ग बरसात के कारण पूरी तरह से प्रभावित है।