एसीबी के डीजी आलोक त्रिपाठी ने बताया कि ब्यूरो में विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने परिवाद दिया था। लेकिन उसमें प्राथमिकी दर्ज करने जैसे तथ्य नहीं थे। लेकिन तभी से एसीबी ने खुद सूचना तंत्र डवलप किया और मामले पर निगरानी रखी। एसीबी की निगरानी के दौरान स्पष्ट हुआ कि निर्दलय विधायक ओमप्रकाश हुडला, सुरेश टांक और खुशवीर सिंह राजस्थान के डूंगरपुर और बांसवाड़ा क्षेत्र में पहुंचे हैं।
उनके पास मोटी धन राशि होने का भी पता चला। तीनों विधायकों ने डूंगरपुर और बांसवाड़ा के कई विधायकों से संपर्क साधा और उन्हें करोड़ों रुपए का प्रलोभन भी दिया। प्रलोभन था कि जरूरत पडऩे पर डूंगरपुर और बांसवाड़ा के विधायक उनका साथ दें। इस बात की पुष्टि होने पर शनिवार को एसीबी मुख्यालय में तीनों निर्दलय विधायकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।