सावंत ने साजिशन उन्हें फंसाने के लिए किसी की करतूत बताई। दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, तब कार के पास दो लोग नजर आए। दोनों की पहचान सीआइएसएफ के वरिष्ठ कमांडेंट रंजन प्रताप सिंह और अधिवक्ता नीरज चौहान के रूप में की गई। लोधी रोड थाने में मादक पदार्थ मिलने के संबंध में मामला दर्ज किया गया और आरोपी रंजन प्रताप व नीरज चौहान को गिरफ्तार किया गया। लोधी रोड थाना पुलिस ने बताया कि राजस्थान में प्रमुख सचिव (आइएएस) के पति अमित ने लोधी रोड थाने में साजिश के तहत उन्हें फंसाने की एक रिपोर्ट दी है। मामले में अनुसंधान जारी है।
अलीगढ़ से लाए चरस लोधी रोड थानाधिकारी अनिल ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी रंजन और नीरज कार में मिली चरस अलीगढ़ से लेकर आए थे। दोनों मूलत: अलीगढ़ निवासी हैं और हाल दिल्ली में रंजन रह रहा है। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि अलीगढ़ में चरस कहां से लाई गई थी और उनके साथ और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
जयपुर आने के दौरान रखा मादक पदार्थ स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव मंजू राजपाल ने कहा कि उनके पति भारत सरकार के डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट में हैं। सप्ताह के अंत में जयपुर आते हैं। जयपुर प्रवास के दौरान पीछे से उनकी कार में मादक पदार्थ रखा गया। पति को फंसाने की साजिश की गई है। कौन लोग हैं, जो उनके पति को फंसाना चाहते हैं। पुलिस अनुसंधान में सबकुछ सामने आ जाएगा।