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लाखों वाहन चालकों के लिए बड़ी खबर, एक दिसंबर से शुरू होगी ये नई व्यवस्था

locationजयपुरPublished: Nov 17, 2019 08:51:06 am

नेशनल हाई-वे स्थित टोल से निकलने के लिए एक दिसंबर से वाहनों पर फास्ट टैग अनिवार्य है। इस व्यवस्था को शुरू होने में अब 15 दिन ही शेष है, लेकिन वाहन चालकों में इसके प्रति जागरूकता देखने को नहीं मिल रही है।

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जयपुर। नेशनल हाई-वे स्थित टोल से निकलने के लिए एक दिसंबर से वाहनों पर फास्ट टैग अनिवार्य है। इस व्यवस्था को शुरू होने में अब 15 दिन ही शेष है, लेकिन वाहन चालकों में इसके प्रति जागरूकता देखने को नहीं मिल रही है।

 

एनएचएआई भी व्यवस्था को लागू करने के लिए मनमानी पर उतर रहा है। कई टोल प्लाजा पर एनएचएआई ने कैश लेन को कम कर दिया है। पांच में से दो लेन में फास्ट टैग लेन बना दी गई है। इसके कारण टोल पर लंबा जाम लगने लगा है और ट्रैफिक स्लो हो गया है।

 

जयपुर रीजन के अधिकतर टोल पर ऐसी परेशानी सामने आ रही है। फिलहाल की बात करें तो 40 फीसदी कमर्शियल वाहनों में फास्ट टैग लगे हैं। ऐसे में एनएचएआई के सामने एक दिसंबर से व्यवस्था को लागू करना चुनौती से कम नहीं होगा। हालांकि एक दिसंबर से टोल पर एक लेन ही कैश की रखी जाएगी।

 

जयपुर की बात करें, तो अभी दिल्ली, सीकर, अजमेर और टोंक रोड के टोल पर कैश लेन को कम दिया गया है। प्रदेश में कई जगह कैश लेन पूरी तरह से बंद कर दी है। इसका वाहन चालकों की ओर से विरोध किया जा रहा है। हालांकि एनएचएआई वाहनों को फास्ट टैग बनवाने के लिए प्रेरित कर रहा है।

 

फायदे का सौदा फिर भी वाहन चालक बना रहे दूरी
केन्द्र सरकार ने फास्ट टैग को बढ़ावा देने के लिए मार्च 2020 तक 2.5 फीसदी का कैश बैक की योजना बनाई है।
हर ट्रांजेक्शन के बाद खाते में पैसे आएंगे।
टोल पर लगने वाली कतार से निजात मिलेगी।
दो से तीन सेकंड में ही स्कैन होकर निकल गाड़ी निकल जाएगी।
वाहनों की कतार नहीं लगने से प्रदूषण से भी निजात मिलेगी।

 

ऑनलाइन जुड़ेंगे रुपए
बड़े वाहनों के लिए 500 और छोटे वाहनों के लिए 400 रुपए में मिलेगा। इसमें 100 रुपए की कैश मौजूद रहेगा। कैश खत्म होने के बाद बैंक के जरिए या ऑनलाइन खाते से पैसे एड कर सकते हैं। दरअसल, फास्ट टैग, रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी पर आधारित टैग है। यह वाहन की विंड स्क्रीन पर लगाया जा रहा है।

 

ऐसे हासिल करें फास्ट टैग
फास्ट टैग हासिल करने के लिए वाहन की आरसी, आईडी कार्ड (आधारी कार्ड, लाइसेंस) और फोटो की जरूरी है। फास्ट टैग बैंकों के जरिए बनाया जा रहा है। टोल पर कुछ बैंक केनोपी भी लगाकर भी फास्ट टैग बना रही हैं। एनएचएआई ने आईसीआईसी, एसबीआई सहित कई बैंकों से टाइअप किया है। जहां फास्ट टैग बनवा सकते हैं।

 

एक दिसंबर से फास्ट टैग व्यवस्था लागू होगी। इसके लिए जागरुकता की जा रही है। लोगों के ऊपर फास्ट टैग लगवाने के लिए दबाव बने, इसीलिए कैश लेन बंद की गई है। हालांकि किसी को परेशानी नहीं आने दे रहे हैं।

-एनके जैन, क्षेत्रीय अधिकारी, एनएचएआई

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