बता दें कि इससे पहले भी शिक्षकों के प्रशिक्षण को लेकर गर्मी की छुट्टियों में आवासीय प्रशिक्षण शिविर लगाए गए थे, जिसका शिक्षकों ने पुरजोर विरोध किया था। यहां तक कि कई जिलों में तो शिक्षकों ने आवासीय शिविर का बहिष्कार भी किया था। जिसे लेकर काफी हंगामा भी हुआ था।
इसलिए शिक्षक कर रहे विरोध- जानकारी के मुताबिक, आवासीय प्रशिक्षण प्रदेश के 32 हजार 859 शिक्षकों को दो चरणों में दिया जाएगा। प्रथम चरण 26 से 31 दिसम्बर जबकि दूसरा चरण 1 से 6 जनवरी 2018 तक चलेगा। बता दें कि प्रथम चरण में शीतकालीन अवकाश होने के कारण शिक्षक इस प्रशिक्षण शिविर का विरोध कर रहे हैं। जबकि प्रशिक्षण ब्लॉक स्तर पर होंगे।
बायोमैट्रिक से होगी दर्ज होगी उपस्थिति- प्रशिक्षण में आमंत्रित संभागियों की उपस्थिति सुबह 7़30 से 8 बजे और रात को 8 से 8़30 बजे तक बायोमैट्रिक मशीन से होगी। ये है विरोध का कारण शिक्षकों के आवासीय प्रशिक्षण शिविर जहां लगने हैं वहां पर रहने की आवास की सुविधा नहीं है। सबसे अधिक परेशानी शौचालय की है। महिला शिक्षकों के लिए सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं है।
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video: उदयपुर में धारा 144 निषेधाज्ञा के दौरान उपद्रव में एएसपी की पिटाई हुई वीडियो में कैद, अब हुआ वायरल ये कहना है शिक्षकों का- इस मामले में शिक्षकों का कहना है कि मॉडयूल में शाम 6 से अलगे दिन सुबह 8 बजे तक कोई गतिविधि नहीं है। इसके अलावा उनका कहना कि प्रशिक्षण शिविर आवासीय नहीं होने चाहिए। सरकार के पास आवासीय शिविर की पूरी व्यवस्था नहीं है। शिविर आवासीय हुए तो संगठन उनका विरोध करेगा। विपिन प्रकाश शर्मा, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष, राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ