विभागीय अधिकारियों के मुताबिक सरकार को इससे 60 करोड़ रुपए हर माह अधिक का राजस्व मिलेगा। बीयर से सरकार पहले ही ड्यूटी में बढ़ोतरी कर राजस्व वसूल रही है।
चालू वित्तीय वर्ष के प्रारम्भ में बीयर व अंग्रेजी शराब पर एक्साइज ड्यूटी 10 फीसदी थी। लेकिन वर्ष के प्रारम्भ में ही इसमें 10 फीसदी की बढ़ोतरी कर 20 फीसदी कर दी थी। इसके बाद सरकार ने करीब दो माह पहले बीयर पर 15 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर दी थी। अब सोमवार को शराब पर 15 फीसदी की और बढ़ोतरी कर दी। ऐसे में अब अंग्रेजी शराब और बीयर पर एक्साइज ड्यूटी समान रूप से 35 फीसदी हो गई।
राज्य में हर माह औसतन 500 से 600 करोड़ रुपए का शराब-बीयर कारोबार होता है। राज्य में बीयर व अंग्रेजी शराब बिक्री का अनुपात 30 व 70 के आसपास है। शराबियों पर सख्ती बरकरार
हाल ही में राजस्थान पुलिस के कामकाज की समीक्षा के दौरान भी सीएम गहलोत ने शराबियों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए थे। शराब दुकानों के रात आठ बजे बाद खुले रहने की लगातार मिल रही शिकायतों पर सीएम ने शराब की दुकानों को तय समय में बंद करवाने की हिदायत दी थी। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा था कि रात्रि 8 बजे बाद शराब की दुकान खुली मिलती हैं तो दुकान संचालक के साथ-साथ जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी।
शराब बिक्री के नियमों में भी सरकार ने सख्ती की है। अवैध रूप से शराब का स्टॉक पाए जाने पर आरोपी पर लगाई जाने वाली जुरमाना राशि को भी बढ़ाया गया है। साथ ही तीन से ज्यादा बार अवैध शराब पाए जाने पर दुकान का लाइसेंस रद्द किये जाने का भी फैसला लिया गया है।
– वहीं दूसरी बार अवैध शराब मिलने पर जहां 25 हजार रूपये जुर्माना किया जाता था उसे बढ़ाकर 40 हजार रूपये कर दिया गया है।
– तीसरी बार में अवैध शराब मिलने पर 50 हजार रूपये जुर्माना किया जाता था उसे बढ़ाकर 75 हजार रूपये जुर्माना कर दिया गया है।