जांच रिपोर्ट के बाद जिन समितियों में गड़बड़ी मिली है, विभाग वहां के व्यवस्थापक के खिलाफ कार्रवाई के लिए संचालक मंडल को पत्र लिखेगा। डूंगरपुर जिले की समितियों में मिली गड़बड़ी के बाद प्रदेश की सभी 6411 सहकारी समितियां संदेह के घेरे में हैं। स्थिति स्पष्ट करने के लिए इनमें भी जांच की जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले माह डूंगरपुर जिले में किसानों के नाम पर फर्जी तरीके से लोन उठाकर कर्जमाफी करवाने का मामला सामने आया था। इस पर सहकारी विभाग की उच्चस्तरीय टीम ने जांच की। टीम को जिले की 127 में से 43 समितियों की गंभीर शिकायतें मिली थी। जांच के लिए 19 समितियों को छांटा गया। इन समितियों के हर खाताधारक की पड़ताल की गई।
जांच में सामने आया कि कुछ ऐसे लोगों के नाम से लोन उठाकर माफ कर दिया गया, जिनकी मृत्यु हो चुकी है। वहीं कुछ मामलों में बिना लोन उठाए तो कहीं लोन से ज्यादा की कर्जमाफी कर दी गई। फर्जी लोन के मामलों के अलावा अपात्र लोगों की कर्जमाफी की बात भी सामने आई है।