प्रदेश में 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में प्रदेश में पहली बार भाजपा ने अपने बूते पर प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई। वसुंधरा राजे प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं। विधानसभा चुनाव में 67.18 प्रतिशत मतदान हुआ। प्रदेश में 200 में से भाजपा को 120 सीटें मिली। कांग्रेस 153 से लुढ़ककर 56 सीटों पर सिमट गई। कुछ माह बाद हुए वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में 49.97 प्रतिशत मतदान हुआ। प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों में से 21 पर भाजपा जीती, जबकि कांग्रेस को केवल चार सीटों पर सफलता मिली।
प्रदेश में 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनी। अशोक गहलोत प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। विधानसभा चुनाव 66.25 प्रतिशत मतदान हुआ। प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस 96 तथा भाजपा 78 सीटों पर जीती। इसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में 48.46 प्रतिशत मतदान हुआ। प्रदेश में 25 में से कांग्रेस को 20 और भाजपा को केवल चार सीटें मिली। एक सीट निर्दलीय के खाते में गई।
प्रदेश में 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा सत्ता में आई। वसुंधरा राजे प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी। विधानसभा चुनाव में 75.67 प्रतिशत हुआ। भाजपा को 200 में से भाजपा को 163 सीटें मिली। कांग्रेस को केवल 21 सीटों पर संतोष करना पड़ा। विधानसभा चुनाव के बाद हुए लोकसभा चुनाव में प्रदेश में मोदी लहर में प्रदेश में मतदान 63.02 प्रतिशत हुआ। प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवार विजयी हुए।
प्रदेश में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में 74.71 प्रतिशत मतदान हुआ। गत विधानसभा चुनाव में हाशिए पर पहुंच चुकी कांग्रेस ने सत्ता आई। अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने। प्रदेश की 200 सीटों में से कांग्रेस को 100 सीटें मिली। भाजपा को 73 सीटों पर जीत मिली। विधानसभा चुनाव के बाद हुए लोकसभा चुनाव में अब देखना यह है कि अब तक का ट्रेंड जारी रहता है या फिर कोई बदलाव आता है।