कुछ ही देर बाद राष्ट्रपति की मंजूरी वाली अधिसूचना भी जारी हो गई। कांग्रेस की ओर से राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद और पी चिदंबरम ने जोरदार विरोध किया, लेकिन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं आई।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी अभी तक चुप्पी साधी हुई है। अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर कांग्रेस की आधिकारिक लाइन क्या है इसे लेकर अब भी अस्पष्टता है।
मगर कांग्रेस के कई नेता अब खुलकर अनुच्छेद 370 पर भाजपा के साथ आ गए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद भुवनेश्वर कलिता ने सोमवार को मोदी सरकार के इस फैसले का समर्थन किया था।
इसी कड़ी में अब राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना ने भी मोदी सरकार के इस फैसले को सराहा है। अशोक चांदना ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर लिखा कि मेरी निजी राय है कि मैं जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के सरकार के फैसले का स्वागत करता हूं।
हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी लिखा कि धारा 370 बदलने की क्रियान्वयन को तानाशाही से ना होकर शांति और विश्वास के माहौल में होकर इसका अच्छे से निस्तारण किया जाए। ताकि भविष्य में देश के किसी नागरिक को कोई समस्या ना हो।
अनुच्छेह 370 हटाने का निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला ( Om Prakash Hudla ) ने भी स्वागत किया। महवा विधायक ओमप्रकाश हुड़ला ने कहा कि देश में एक विधान, एक संविधान होना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम को इस दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा सकता है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि सरकार के इस कदम पर लोग राजनीति ना करें। जबकि अन्य दलों को तो सरकार का सहयोग करना चाहिए।