जानकारी के मुताबिक़ पुलिस ने तत्कालीन सरदारशहर थानाधिकारी रनवीर सिंह सहित छः अन्य पुलिसकर्मियों पर सामूहिक दुष्कर्म और मारपीट का मामला दर्ज किया है। बताया गया है कि सरदारशहर थाने में पीड़िता के पर्चा बयान के आधार पर दुष्कर्म की धारा 376, 376(2), 323, 343, 143 एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
मृतक युवक की भाभी ने पर्चा बयान में पुलिसकर्मियों पर बेरहमी से मारपीट और सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया है। पीड़िता का फिलहाल जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्रकरण का अनुसंधान सीआईडी सीबी जयपुर कर रही है।
समाज होने लगा लामबंद इस मामले में पुलिस पर कार्रवाई को लेकर अब समाज लामबंद होने लगा है। जयपुर के पिंकसिटी प्रेसक्लब में नायक महासभा के पदाधिकारियों ने प्रेसवार्ता कर पुलिस पर हैवानियत का आरोप लगाया है।
समाज के नेताओं ने सरदारशहर पुलिस के खिलाफ हत्या व बलात्कार का मामला दर्ज करने तथा पीडि़ता को नौकरी दिए जाने की मांग की है। पुलिस पर ये लग रहे संगीन आरोप
राजस्थान नायक महासभा के संरक्षक गंगाराम नायक ने कहा है कि पुलिस ने महिला के देवर की हत्या कर दी। महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया। उसे निर्दयता से पीटा गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरदारशहर के थानाधिकारी रणवीरसिंह सहित पुसिकर्मियों ने खाकी वर्दी की सारी मर्यादाएं तोड़ दी। उसके पैरों के नाखून उखाड़ लिए गए। आरोपी पलिसकर्मियों के खिलाफ बलात्कार व हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें बर्खास्त नहीं किया गया तो प्रदेशभर में आंदोलन व विधानसभा का घेराव किया जाएगा।
अखिल भारतीय नायक महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील क्रांति ने कहा कि परिवार के एक सदस्य को नौकरी व उचित मुआवजा दिलाया जाए नहीं तो विधानसभा का घेराव किया जाएगा। इधर, भीम आर्मी युवा सेना, चीता सेना सहित विभिन्न दलित संगठनों के पदाधिकारी सोनपालसर गांव पहुंचकर मृतक एवं पीडि़त महिला के परिजनों से मिले। पदाधिकारियों ने बताया कि शीघ्र हत्या व दुष्कर्म का मामला दर्ज नहीं किया गया तो पूरे प्रदेश के दलित समाज के लोग सड़कों पर उतर जाएंगे।
सीबी सीआईडी की टीम ने लिया बयान
एसएमएस में भर्ती महिला का बयान लेने के लिए रविवार को सीबी सीआईडी की एएसपी व एक अन्य महिला अधिकारी आई। दोनों अधिकारियों ने महिला के बयान लिए। बयान अभी उजागर नहीं किए गए हैं।
इनका कहना है……
महिला का बयान लिया जा रहा है। पीडि़त महिला के बयान व परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा।
प्रकाश शर्मा, एएसपी, चूरू … इधर, पुलिस ने पुलिस की जांच शुरू की
सरदार शहर के गांव सोनपालसर में हिरासत में संदिग्ध मौत के साथ पीडि़त परिवार की महिला से सामूहिक बलात्कार प्रकरण में पुलिस क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है। जांच एडीजी (क्राइम) बीएल सोनी के निर्देशन में की जा रही है। पीडि़ता ने आधा दर्जन पुलिसकर्मियों पर मारपीट और सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया है।
एडीजी सोनी ने कहा, रिपोर्ट शीघ्र ही पुलिस महानिदेशक को सौंपी जाएगी। डीजीपी भूपेंद्र यादव ने बताया, रिपोर्ट में दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होगी। अब तक ये हुई कार्रवाई
हिरासत में मौत के मामले में शुक्रवार को चूरू पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार को एपीओ और सीओ भंवरलाल को निलंबित कर दिया है। इधर इस मामले को लेकर शनिवार को विभिन्न संगठनों ने जयपुर में पिंकसिटी प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता कर सीबीआई से जांच कराने की मांग की।
हाथ-पैरों के नाखून नोंचे
पीडि़ता का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की। हाथों और पैरों के नाखून नोंच लिए। पुलिसकर्मियों ने जबरन कुछ कागजों पर अंगूठा दस्तखत करवा लिए। बलात्कार और देवर की हत्या के बारे में किसी को नहीं बताने की धमकी दी।
सख्त कार्रवाई नहीं तो विधानसभा का घेराव
चूरू में पुलिस की कथित मारपीट से मौत का मामला शनिवार को जयपुर में भी गूंजा। जहां एक तरफ इस मामले में चूरू एसपी सहित कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो चुकी है, वहीं अब युवक के समाज के लोग सरकार से उसकी मौत के जिम्मेदार लोगों को सख्त सजा देने और बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।
मृतक की भाभी के साथ हुई ज्यादती के लिए भी दोषी पुलिसकर्मियों को सजा और पीडि़त परिवार को 25 लाख रुपए मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग की है। इस संबंध में पिंक सिटी प्रेस क्लब में शनिवार को समाज के पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता बुलाई। समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार इस मामले को गंभीरता से ले। शीघ्र और सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो विधानसभा का घेराव किया जाएगा।
थाने में लगे सीसीटीवी की जांच हो
सरदारशहर पुलिस कह रही है कि मृतक की भाभी को पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने नहीं ले आई थी। वहीं महिला के ससुर का आरोप है कि उसे पुलिस थाने ले गई थी। अब दोनों पक्षों की सच्चाई जानने के लिए पुलिस थाने में लगे सीसीटीवी की जांच होनी चाहिए। इससे स्पष्ट हो जाएगा कि पुलिस महिला को थाने लाई थी या नहीं। दूसरा सवाल यह भी यदि महिला के साथ मारपीट नहीं की गई तो उसकी हालात इतनी दयनीय कैसे हुई।
दाह संस्कार के दिन पुलिस उसे रात को कहां से और क्यों ले गई फिर उसे सरदारशहर अस्पताल में भर्ती क्यों कराया। इधर अखिल भारतीय नायक महासभा के जिलाध्यक्ष रामेश्वर नायक ने बताया कि पुलिस अभी भी सादे वर्दी में मृतक के घर पुलिस तैनात है। वहां आने वालों की वीडियोग्राफी की जा रही है।