सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), इंटेलिजेंस और केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने इसे बड़ा खतरा तो माना है लेकिन इस प्राकृतिक चुनौती का कोई हल नहीं निकल पा रहा। ऐसे में निगरानी बढ़ाने के लिए इंटेलिजेंस ने सीमा पर बंद की गई 24 चौकियों को पुन: शुरू करने का प्रस्ताव राजस्थान गृह विभाग को भेजा था, जो वर्ष 2017 से ही राज्य सरकार ने ठंडे बस्ते में डाला हुआ है।
सीमापार से आ रहे जासूस, हथियार और मादक पदार्थ
राजस्थान के सीमा क्षेत्र में पाक जासूस पकड़े जाने के साथ सीमा पार से ड्रोन और घुसपैठियों के साथ मादक पदार्थ भेजने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पंजाब सीमा के अंदर आतंकियों के लिए ड्रोन के जरिए हथियार भी भेजे जाते हैं और राजस्थान सीमा में इसकी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। कई बार राजस्थान सीमा के अंदर गिराई गई हेरोइन की भारी मात्रा बरामद की जा चुकी है।
बॉर्डर की 36 चौकियां बंद और 3 स्वीकृत सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान सरकार ने जैसलमेर, श्रीगंगानगर, बाड़मेर और बीकानेर में तारबंदी होने पर पाकिस्तान सीमा पर बनी इंटेलिजेंस की 57 में से 16 चौकियां वर्ष 1995 में बंद कर दीं। इसके बाद वर्ष 2009 में 20 चौकियां और बंद कर दी गईं। वर्ष 2009 में ही 3 नई चौकियां खोलने की अनुमति दी गई। वर्तमान में सीमा क्षेत्र में इंटेलिजेंस की कुल 33 चौकियां बंद हैं।
41 जासूस पकड़े
गौरतलब है कि पाकिस्तानी जासूसों की गतिविधियां काफी तेज हुई है। इस वर्ष अब तक पांच पाकिस्तानी जासूस को हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है। राजस्थान बॉर्डर पर पिछले सात वर्षों में 41 जासूस पकड़े जा चुके हैं।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी जासूसों की गतिविधियां काफी तेज हुई है। इस वर्ष अब तक पांच पाकिस्तानी जासूस को हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है। राजस्थान बॉर्डर पर पिछले सात वर्षों में 41 जासूस पकड़े जा चुके हैं।