पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में पाटन सीकर निवासी बबलू मीणा और झोटवाड़ा श्रीरामपुरी कॉलोनी निवासी रामलाल उर्फ रामू मीणा को गिरफ्तार किया गया है। रामलाल झोटवाड़ा थाने का हिस्ट्रीशीटर है और उसके विरुद्ध राजकार्य में बाधा, अवैध शराब तस्करी व मारपीट के कई प्रकरण दर्ज हैं। वहीं बबलू के विरुद्ध भी इसी तरह के आधा दर्जन मामले दर्ज हैं। थोई थाने में उसके विरुद्ध मुल्जिम को भगा ले जाने का भी मामला दर्ज है। आरोपियों के पास से दो गाडिय़ां और 120 पेटी (5760 पव्वे) हरियाणा निर्मित शराब जब्त की गई है।
लम्बे समय से कर रहे सप्लाई बबलू और रामलाल का नीमकाथाना में ननिहाल है। पिछले 10 साल से दोनों की अच्छी जान पहचान है और अवैध शराब के कारोबार में लिप्त हो गए। हरियाणा के नारनौल से बबलू अवैध शराब भरकर रामलाल को चौमूं में लाकर देता था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पंचायत चुनाव के लिए शराब लेकर आए हैं। जयपुर ग्रामीण और हरमाड़ा, झोटवाड़ा, कालवाड़, आमेर इलाके में हरियाणा निर्मित शराब की मांग होने के कारण वहां पर सप्लाई कर रहे थे। रामलाल अपने छोटे भाई के साथ मिलकर के इस धंधे में लम्बे समय से लिप्त रहा है। उसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।
मुठभेड़ के लिए भी रहते तैयार एडीसीपी विमल नेहरा ने बताया कि आरोपियों को पकडऩे के लिए रामलाल के चौमूं स्थित मकान के आस-पास तैयारी कर ली थी। पुलिस को देखकर बबलू ने गाड़ी भगाने की कोशिश की, लेकिन उसे दबोच लिया। बबलू ने कैम्पर गाड़ी के आगे पीछे लोटे की गार्टर लगा रखी थी। ताकि पुलिस या विरोधी तस्कर गैंग से आमना-सामना हो तो टक्कर मारकर भाग सकें। गाड़ी में भी हमेशा लोहे का मोटा पाइप रखता था।
प्रत्येक पेटी कमा रहे थे 400-500 शहर में पुलिस की सख्ती को देखते हुए रामलाल चौमूं सामोद रोड स्थिति अपने मकान पर ही सप्लाई लेता था। जिससे उन्हें शहर में आने की जरूरत नहीं पड़ती थी। हरियाणा से चौमूं तक सप्लाई करने में बबलू 500 रुपए प्रति पेटी की बचत करता था। वह प्रति चक्कर 50-60 हजार रुपए कमा लेता। इसी तरह रामलाल उनकी बिक्री कर प्रति पेटी 400 रुपए मुनाफा कमाता था। मामले में पुलिस तस्करी के नेटवर्क और कहां सप्लाई किए जाने की जांच कर रही है।
करधनी में 23 पेटी जब्त अपराध शाखा ने करधनी थाना इलाके में भी कुख्यात तस्कर कानाराम जाट को गिरफ्तार किया था। उसके पा से 23 पेटी अवैध शराब जब्त की थी। उसके विरुद्ध पूर्व में गुण्डा एक्ट के तहत तड़ीपार की कार्रवाई हो चुकी है। अवैध शराब नाने की फेक्ट्री व उपकरणों सहित व तस्करी के भी प्रकरण उसके विरुद्ध दर्ज हैं।