वरिष्ठ अध्यापक भर्ती पेपर लीक मामले में दर्ज की गई थी। इसमें पुलिस ढाका को तलाश रही है। पूर्व में 37 पुलिस एक्ट की कार्रवाई की गई थी। एसओजी की ओर से विशेष लोक अभियोजक भंवर सिंह चौहान ने कोर्ट में कहा कि ढाका लगातार तलाश के बाद भी नहीं मिल रहा। ऐसे में उसे मफरूर घोषित करने की दलील दी गई। कोर्ट ने इसके आदेश जारी कर दिए। इसी भर्ती के पेपर लीक को लेकर बेकरिया थाने में दर्ज मामले में कोर्ट ने फरार आरोपी सुरेश बिश्नोई, प्रदीप खिचड़, नेतराम कलबी व जोगेन्द्र उर्फ जोगाराम को भगौड़ा घोषित किया।
कौन है सुरेश ढाका?
पेपर लीक गिरोह का मास्टरमाइंड सुरेश ढाका जालोर के सांचौर से 20 किलोमीटर दूर स्थित अचलपुर गांव का रहने वाला है। उसके पिता सरपंच हैं। वह मनी लॉड्रिंग और दूसरी बार पेपर लीक केस में जेल की हवा खा चुका है। फिलहाल ढाका पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।