कोठारी ने राजस्थान पत्रिका के संस्थापक श्रद्धेय स्वर्गीय कर्पूर चन्द्र कुलिश की जयन्ती पर शनिवार को यहां पत्रिका समूह की ओर से आयोजित समारोह को संबोधित किया। इस मौके पर श्रद्धेय कुलिश जी के विचारों पर आधारित फिल्म दिखाई गई, वहीं कोठारी ने पत्रिका परिवार के सदस्यों और सहयोगियों को कोरोना संकट के दौरान उनके योगदान के लिए मेडल पहनाकर सम्मानित किया।
व्यक्तित्व से समझौता नहीं
कोठारी ने कहा कि पत्रिका 65 साल में परिस्थितियों के अनेक आंधी-तूफान देख चुका है, लेकिन अपने व्यक्तित्व को नहीं बदला। पत्रिका का सामूहिक प्रयास का अपना व्यक्तित्व है। इसी कारण पत्रिका कभी न पाठक से अलग हो सका और न ही पाठकों की निष्ठा कम होने दी।
कोठारी ने कहा कि पत्रिका 65 साल में परिस्थितियों के अनेक आंधी-तूफान देख चुका है, लेकिन अपने व्यक्तित्व को नहीं बदला। पत्रिका का सामूहिक प्रयास का अपना व्यक्तित्व है। इसी कारण पत्रिका कभी न पाठक से अलग हो सका और न ही पाठकों की निष्ठा कम होने दी।
बांटा पाठकों का दर्द
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पत्रिका ने पाठकों का दु:ख-दर्द बांटा, जो किसी से छिपा नहीं है। जो सरकार ने नहीं किया और पाठकों के लिए जरूरी था, उसके लिए आवाज उठाई। पत्रिका परिवार के हर सदस्य को यही सिखाया कि वह जहां भी रहता है, वहां के लोगों की मदद कर उनकी उम्मीदों को पूरा करे।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पत्रिका ने पाठकों का दु:ख-दर्द बांटा, जो किसी से छिपा नहीं है। जो सरकार ने नहीं किया और पाठकों के लिए जरूरी था, उसके लिए आवाज उठाई। पत्रिका परिवार के हर सदस्य को यही सिखाया कि वह जहां भी रहता है, वहां के लोगों की मदद कर उनकी उम्मीदों को पूरा करे।
मीड़िया उद्योग नहीं है
कोठारी ने आज अधिकांश मीड़िया समूह उद्योग बनकर लोकतंत्र से दूर हो गए हैं। इसकी वजह मीड़िया की विधायिका, कार्यपालिका व न्यायपालिका के साथ चौथा पाया बनने की चाहत है, इससे उसका जनता और सरकार के बीच सेतु बनने का काम सिमट गया है। पत्रिका पाठकों का दु:ख दर्द समझकर सेतु बने रहने की भूमिका पूरा करने का दायित्व निभा रहा है।
कोठारी ने आज अधिकांश मीड़िया समूह उद्योग बनकर लोकतंत्र से दूर हो गए हैं। इसकी वजह मीड़िया की विधायिका, कार्यपालिका व न्यायपालिका के साथ चौथा पाया बनने की चाहत है, इससे उसका जनता और सरकार के बीच सेतु बनने का काम सिमट गया है। पत्रिका पाठकों का दु:ख दर्द समझकर सेतु बने रहने की भूमिका पूरा करने का दायित्व निभा रहा है।