जयपुर।
प्रदेशभर में हनुमान जयंती के साथ गुड फ्राइडे की धूम रही। जहां दिनभर हनुमान मंदिरों में झांकियां सजी तो चर्च में भी विशेष प्रोग्राम हुए। कई जगह हनुमान जयंती के मौके पर निशान पदयात्राओं का दौर भी जारी रहा। इसी के साथ राजस्थान की खास तस्वीरों में देखें बूंद-बूंद का इंतजार और जोखिम भरा सफर...
पूरे प्रदेशभर में हनुमान जयंती धूमधाम से मनाई गई। हनुमान जयंती के अवसर पर भीलवाडा शहर के संकट मोचन हनुमान मंदिर में 25 किवंटल काजू कतली का भोग लगाया गया।
आस्था की कतार, मनौतियों की ध्वजा
सीकर में हनुमान जयंती के मौके पर शहर में निशान पदयात्राओं का दौरा जारी रहा। आस्था की कतार के बीच...मनौतियों की ध्वजा और वीर हनुमान के जयकारे के साथ निकाली गई शोभायात्राओं का जगह-जगह स्वागत हुआ। इस दौरान भक्तों ने मंदिरों में ध्वजा चढ़ाकर मनौती मांगी। मान्यता है कि हनुमान जयंती के दिन ध्वजा अर्पित करने से मांगी गई मनौती पूरी होती है।
राजधानी में हनुमान जयंती के साथ-साथ गुड फ्राइडे पर सेंट एंड्रयूज चर्च में प्रोग्राम हुए। इस दौरान प्रभु यीशु बने युवक और उनके साथ कुछ कलाकर आकर्षक रुप में नजर आए..
वोट करें अन्यथा जान जोखिम में डालकर सफर कभी खत्म नहीं होगा
आदिवासी बाहुल बांसवाड़ा जिले में खतरों भरा सफर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बसें ही नहीं जीप और औटो रिक् शा तक में छत पर बैठकर और पायदान पर लटक कर सफर के नजारे हर रोज देखने को मिलते हैंं। दो दिन पूर्व ही जिले के आंजना गांव में बस की छत पर नाचते बाराती ऊपर से गुजर रही बिजली लाइन के करंट की चपेट में आ गए और तीन जने झुलस गए। इससे पूर्व भी करंट और छत से गिरने के हादसे होते रहे हैं, लेकिन प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है।
न नियम तोडऩे वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है और न परिवहन के पर्याप्त साधनों की व्यवस्था हो रही है।खुले आम चल रहा है मौत का सफर। बांसवाड़ा शहर मेें रतलाम रोड पर शुक्रवार को बस की छत पर बैठकर सफर करते ग्रामीण। अगर इन तस्वीरो को बदलना है तो वोट जरूर करें।
वोट करें, तो बदले तस्वीर, वरना यूं ही बूंद-बूंद के लिए करना होगा इंतजार...
दक्षिण राजस्थान का डूंगरपुर जिला। ग्रीष्म ऋतु शुरू होते ही पेयजल की समस्या से दो-दो हाथ करने लग जाता है। लोग मीलों सफर कर हलक तर करने का जतन करते हैं। समय-समय पर आई सरकारों ने पेयजल के ढेरों दावे किए।
पर, हालात अब भी जस के तस है। जिले के रामसौर गांव अंतर्गत लिंबडिया राठौडफ़ला में निजी ट्यूबवेल पर पानी के लिए ग्रामीणों की भीड़ लगी है। यह हालात आने वाले वर्षों में बदलने हैं, तो वोट अवश्य करें।