इसी गैंग ने एटीएम उखाड़ने और काटने की शुरुआत की थी। मुल्जिम का बड़ा भाई जाकिर और ***** मूसा भी एटीएम उखाड़ने और काटने की वारदात में सहयाेग करते हैं। मुल्जिम ने साथियाें के साथ 2014 में थाना तिजारा के शेखपुर स्थित पीएनबी बैंक के एटीएम से 14 लाख रुपए से अधिक की चाेरी की थी। वह फिर से क्षेत्र में वारदात की फिराक में था लेकिन इस बार पुलिस को सूचना मिली और पुलिस ने उसे दबोच लिया। एसपी ने बताया कि आरोपी ने राजस्थान, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, असम, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और बिहार में एटीएम काटने और उखाड़ने की वारदाताें काे अंजाम दिया है।
आराेपी करीब दाे महीने पहले असम से 42.50 लाख रुपए के एटीएम काटने के मामले में वांछित चल रहा था। वहां की पुलिस को भी इस बारे मेें जानकारी दी जा रही है। गौरतलब है कि पिछले तीन से चार सालों के दौरान एटीएम में चोरी करने की घटनाओं के साथ ही मशीन को काटने और मशीन को ही लूट ले जाने की घटनाएं बढी हैं। राज्यों की सीमाओं पर इस तरह की घटनाएं ज्यादा हुई हैं इसका कारण ये बताया जा रहा है कि एक राज्य में वारदात कर अपराधी दूसरे राज्य में रातों रात ही भाग जाते हैं।