आरोपी रमेश के पास मिले बैग में गाडि़यों के लॉक तोडऩे के 2 प्लान, 23 मेगनेट चिप, दो चाबियां मेगनेट चिप से चिपकी हुई, दो महिन्द्रा कंपनी के लोगो वाले की-रिमोट और सात मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
आरोपी से पूछताछ में उसने बीते 16 माह में दिल्ली से करीब 60 से अधिक कारें चुराना कबूल किया है। वहीं, जयपुर में भी कई थाना इलाकों से उसने 40 से अधिक कारें चुराना कबूल किया है। चुराई गई कारों में वरना, होंडा सिटी, सेंट्रो, बोलेरो, सफारी, थार जीप और ईको शामिल हैं।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि दिल्ली से चुराई गई अधिकांश गाडि़यों को यूपी के इटावा में जसवंत नगर निवासी सुबोध यादव को और डीजल वाली कुछ गाडि़यां और जयपुर से चुराई गई गाडि़यां दौसा के झालरा की ढ़ाणी निवासी कमलेश माली के जरिए पाली, जालोर, जोधपुर, अजमेर और हरियाणा के गुडगांव जाकर बेचता था।
आरोपी ने चुराए हुए वाहनों को बेचकर जयपुर की आशियाना कॉलोनी में भूखंड खरीदकर मकान का निर्माण कराया। किस्तों पर बोलेरो और सोने के गहने भी तैयार कराए हैं।