रेलवे अफसरों की अनदेखी सामान्य यात्रियों व प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थी दोनों पर भारी पड़ रही है और वे समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। प्रदेश में शुक्रवार से शुरू हुई कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में 18 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं। इससे अचानक ट्रेनों में भीड़ बढ़ गई है। हालात यह है कि यात्रियों को ट्रेन में बैठने ही नहीं चढ़ने-उतरने में भी दिक्कत हो रही है। इस बार सबसे पहले कोटा मंडल ने कोटा से जयपुर के बीच परीक्षा स्पेशल ट्रेन चलाई। इसके बाद उत्तर-पश्चिम रेलवे ने एकतरफा दिल्ली की ओर एक परीक्षा स्पेशल ट्रेन चलाई। परीक्षा के दूसरे दिन जयपुर से उदयपुर के बीच महज एक ट्रिप परीक्षा स्पेशल ट्रेन संचालित की। उधर, परीक्षार्थियों की संख्या को देखते हुए रोडवेज की तीन हजार से ज्यादा बसें लगाई गई हैं। इनके लिए अलग से अस्थायी बस स्टैंड भी बनाए गए हैं।
दो अभ्यर्थी गिरकर चोटिल
अलवर से परीक्षा देने आए परीक्षार्थी योगेश ने बताया कि रेलवे ने कोई इंतजाम नहीं किए। आते वक्त ट्रेन में भीड़ थी। गेट पर खड़े दो अभ्यर्थी मालाखेड़ा स्टेशन पर जैसे ही ट्रेन रवाना हुई तो धक्का लगने से गिरकर चोटिल हो गए।
यह हो रही परेशानी
हनुमानगढ़ से जयपुर आए यात्री उत्तम ने बताया कि एसी कोच में अभ्यर्थी घुस गए जिससे भीड़ हो गई। करीब डेढ़ घंटे तक एसी बंद रहा। इससे एक यात्री की तबीयत बिगड़ गई। उसे स्टेशन पर उतारकर अस्पताल पहुंचाया गया।