रविवार को सत्यनारायण डंपर लेकर गांव से बाहर गया था। पीछे पत्नी मिनाक्षी, 17 साल की बेटी सुमन और तीन साल की बेटी जिया ही थी। रात के समय जिया को सुमन ने पीने के लिए दूध दिया। गिलास देते समय जिया से थोड़ा दूध जमीन पर गिर गया। इसी बात से सुमन गुस्सा गई और उसे एक चांटा मार दिया। जिया रोने लगी तो मां मिनाक्षी वहां आ पहुंची। उसने सुमन को ऐसा करने के लिए डांटा।
सुमन नाराज होकर कमरे से बाहर चली गई। कुछ देर के बाद मिनाक्षी भी अपने कमरे में चली गई। अचानक मिनाक्षी कमरे के बाहर आकर उल्टियां करने लगी। सुमन इससे डर गई और उसने मिनाक्षी के कमरे में रखी जहर की शीशी पी ली। दोनो को उल्टियां करते देख परिवार के अन्य सदस्यों ने उनको अस्पताल में भर्ती कराया जहां सोमवार देर रात दोनो की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि पर्चा बयान के आधार पर पूरा वाक्या सामने आया।
उधर मां को याद करते तीन साल की मासूम बच्ची जिया का रो रोकर बुरा हाल है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद से परिवार समेत आसपास के लोग भी सदमे में हैं। पुलिस को पड़ोसियों ने बताया कि कभी नहीं लगा कि इस तरह से कुछ हो सकता है। सुमन दसवीं की परीक्षा देने की तैयारी कर रही थी और कई बार बहन जिया उसके पास ही खेलती रहती थी।