पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में रहने वाले 58 वर्षीय गोविंद सिंह के उनके किसी दूर के परिचित का फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि कुछ रुपयों की जरुरत है। कैश चाहिए। मैं आपके खाते में डाल रहा हूं बाद में आप से ले लूंगा। गोविंद सिंह उसकी बातों में आ गए। उसके बाद फिर से फोन आया और फोन करने वाले ने कहा कि रुपए डाल दिए हैं कुछ ओटीपी और अन्य जानकारियां आएंगी वे शेयर करनी होंगी।
तब जाकर कैश निकल सकेगा। इस पर गोविंद सिंह ने ओटीपी और अन्य जानकारियां शेयर कर ली। फोन करने वाले ठग ने कहा कि कुछ ही देर में पैसा पहुंच जाएगा और बाद में मैं ले लूंगा। लेकिन कुछ देर के बाद खाते से रुपए निकलने के मैसेज आने लगे। देखते ही देखते ढाई लाख रुपए से ज्यादा कैश खाते से निकाल लिया गया। गोविंद सिंह ने परिवार के सदस्यों को इस बारे में बताया तब जाकर ठगी का पता चला।
बाद में पुलिस को सूचना दी गई। ठगी की एक अन्य वारदात सांगानेर सदर क्षेत्र में रहने वाले राकेश कुमार पंत के साथ हुई। उनके पास ठगों ने फोन किया और कोई एप डाउनलोड कराया। एप से रुपए कमाने और अन्य तरह का लालच दिया। एप डाउनलोड करने के दौरान कुछ जानकारियां मांगी ।
इन जानकारियों से पंत के खाते से तीन बार में पचास हजार रुपए निकाल लिए। पंत के पास मैसेज आए तो वे थाने दौड़े और मुकदमा दर्ज कराया। दोनो ही केसेज में जो मोबाइल नंबर बातचीत के लिए यूज किए जा रहे थे वे सभी अब बंद हैं।