उसे पता नहीं था कि यह नंबर बैंक का नहीं होकर ठगों का हैं। जानकारी के बाद जब खाते से रकम निकलने के मैसेज आना शुरु हुए तो उसके पैरों तले जमीन सरक गई। बाद में पुलिस को सूचना दी गई। जांच कर रही सांगानेर थाना पुलिस ने बताया कि सांगानेर थाने के ही हैड कांस्टेबल गोपीचंद के साथ ठगी की वारदात हुई। गोपीचंद ने अपने एसबीआई बैंक के खाते को चित्तौडगढ़ से जयपुर सांगानेर स्थित एसबीआई ब्रांच में ट्रांसफर कराने का प्रोसीजर शुरु किया था।
गोपीचंद ने बैंक प्रबंधन से बात की तो उन्होनें कस्टमर केयर से बात करने की सलाह दे दी। उसके बाद आॅनलाइन नंबर निकालकर कस्टमर केयर से बात की तो बात करने के बाद खाते से तीन बार में करीब तीस हजार रुपए साफ हो गए। इसकी जांच की तो पता चला कि हैल्प लाइन नंबर पर ठगों ने अपने नंबर लिखे हुए हैं। बाद में गोपीचंद ने सांगानेर थाने में ही इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है। ठगी और आईटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।