उसे शांति भंग करने की धाराओं में पकडा गया था। उसके पिता जमील कुरेशी भी कोर्ट पहुंचे थे। कोर्ट ने शादाब को बीस हजार रुपए के जमानती मुचलके पेश करने का आदेश दिया। इस पर शादाब के पिता ने कुछ समय मांगा और घर से मकान के दस्तावेज लाने की बात कही। कोर्ट ने कुछ समय में वापस पेश होने की बात कही। लेकिन जब बहुत समय के बाद भी शादाब के पिता जमील नहीं आए तो कोर्ट ने शादाब को जेल भेजने के निर्देश जारी कर दिए। जेल भेजने से पहले आरोपी का कोविड टेस्ट कराना था।
इस कारण सिपाही सुवालाल आरोपी शादाब को लेकर कोतवाली थाने आ गया। थाने के बाद एक हाथ से आरोपी को पकडा और दूसरे हाथ से ई रिक्शा का किराया दे रहा था, लेकिन इसी दौरान शादाब सिपाही सुवालाल को धक्का देकर भाग गया। उसका पीछा किया गया लेकिन बात नहीं बनी। गौरतलब है कि इसी तरह से पिछले सप्ताह भी एनडीपीएस का एक आरोपी हनुमानगढ़ की संगरिया पुलिस के कब्जे से भाग गया था।
दो पुलिसकर्मी उस आरोपी को लेकर जयपुर के बगरु क्षेत्र में आए थे। बगरु का वह रहने वाला था और उसके बाद से माल बरामद किया जाना था। उसके बाद वे उसे लेकर मानसरोवर क्षेत्र में बस का इंतजार कर रहे थे तो आरोपी का एक साथी बाइक से वहां आया। आरोपी ने पुलिसवालों को धक्का दिया और साथी के साथ बाइक पर बैठकर फरार हो गया। मानसरोवर थाने मंे मुकदमा दर्ज कराया गया है। अब तक आरोपी की तलाश जारी है।