पुलिस ने बताया कि गांव में रहने वाला पचास वर्षीय हनमाना राम विश्नोई मानसिक रुप से बीमार था। उसकी डिप्रेशन की दवाईयां भी चल रही थीें। लेकिन कुछ समय पहले दवाईयां खत्म हो गई और उसके बाद लाॅकडाउन के चलते दवाईयां लाई भी नहीं जा सकीं। रविवार शाम अचानक उसे दौरा पडा। उसने सबसे पहले तो पीहर आई बेटी रामेश्वरी देवी पर लाठियां बरसाई। परिजन से उपचार के लिए सांचैर अस्पताल ले गए।
इस बीच हनुमानाराम ने अपनी बहू को भी लाठियों से पीटा तो बहू भागकर पास ही अपने काका ससुर के यहां चली गई। इस बीच हनुमानाराम वहां भी जा पहुंचा और वहां बैठे अपने माता पिता जयरुपाराम और भूरी देवी पर हमला कर दिया। भूरी देवी के सिर पर लाठियों से इतने वार किए कि भूरी देवी की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने हनुमानाराम को गिरफ्तार कर लिया है। परिवार के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि कुछ समय से हनुमानाराम मानसिक रोगों की चपेट में है। उसकी इलाज जारी है।