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क्या आप भी  ऑनलाइन खरीद करते हैं…. अगर हां, तो सावधान हो जाएं

locationजयपुरPublished: Jun 21, 2021 01:23:37 pm

Submitted by:

JAYANT SHARMA

पुलिस फिलहाल सिस्टम को समझने के लिए साइबर एक्सपर्टस की मदद ले रही है।

Online purchase, fraud case registered

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जयपुर
जनता की बचत को बचाने के लिए पुलिस और बैंक चाहे कितने ही प्रयास करें लेकिन साइबर ठग हैं कि अपना शिकार तलाश ही लेते हैं। शहर के पुलिस थानों में चैबीस घंटे के दौरान फिर से तीन केस दर्ज हुए हैं और इन तीन केसेज में पीड़ितों के खातों से तीन लाख पचास हजार रुपए से ज्यादा रकम निकाल ली गई है। एक मामले में तो बैंक के फुल प्रूफ सिस्टम में ही सेंध लगा दी गई और पैसा निकाल लिया गया। अब पुलिस के पास जांच के नाम पर कुछ बंद मोबाइल फोन नंबर हैं जिनकी आईडी तलाश कर उन तक पहुंचने का प्रयास शुरु कर दिया गया है।
बैंक के सिस्टम को ही नहीं छोड़ा, रुपए निकाल लिए
लालकोठी थाने में एसबीआई बैंक के उप प्रबंधन प्रभात कुमार ने मुकदमा दर्ज कराया है। सांगानेरी गेट शाखा कार्यालय में उप प्रबंधक प्रभात ने पुलिस को बताया कि बैंक के आॅटोमैटिक विड्राॅल और डिपाॅजिट सिस्टम मशीन से छेडछाड़ करते हुए एटीएम के जरिए एक लाख दस हजार रुपए रुपए निकाले गए हैं। जब कैश मिलाया गया तब इसकी जानकारी मिलीं। जांच की गई तो फ्राॅड होने का पता चला। 16 जून को इस वारदात के बाद बैंक प्रबंधन ने बीस जून को लालकोठी पुलिस को इसकी सूचना दी और मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस फिलहाल सिस्टम को समझने के लिए साइबर एक्सपर्टस की मदद ले रही है।
रिफंड का लालच दिया और कर दिया खाता साफ
उधर रिफंड का लालच देकर और अन्य बातों में फंसाकर दो बैंक खातों से लाखों रुपए निकाल लिए गए। बस्सी थाने में 63 वर्षीय बुजुर्ग ने केस दर्ज कराया है। लादूराम ने पुलिस को बताया कि उनके पास मोबाइल पर काॅल आया और काॅल करने वाले ने खुद को बैंक प्रतिनिधी बातते हुए कुछ सिस्टम अपडेट करने को लेकर फोन पे अकाउंट खुलवाया। उसके बार खाते की जानकारी ली और जल्द ही अपडेट हो जाने की बात कही। लेकिन कुछ ही देर में खाते से तीन बार में नब्बे हजार रुपए निकाल लिए गए।
एक अन्य मामला करणी विहार में रहने वाले दुर्गापसाद ने दर्ज कराया। फोन करने वाले ने खुद को अमजेन कंपनी से बताया और कैश रिफंड आने की बात कहते हुए खते की जानकारी मांगी। उसके कुछ देर के बाद ही खाते से एक लाख पचास हजार रुपए साफ कर दिए। बाद में दुर्गाप्रसाद ने अजमेन कस्टमर केयर पर फोन कर जानकारी मांगी तो पता चला कि उनको किसी तरह का काॅल रिफंड के लिए वहां से नहीं किया गया।
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