आइजी वीके सिंह ने बताया कि जयपुर कमिश्नरेट और जयपुर रेंज के पुलिसकर्मियों ने थानेदार मुकेश कानूनगो और कांस्टेबल रामप्रकाश के परिजनों की आर्थिक मदद का निर्णय लिया। इसमें पुलिसकर्मियों ने सरकारी सहायता राशि के अलावा करीब सवा करोड़ रुपए एकत्र किया है। गौरतलब है कि वारदात के बाद कई जिलों की पुलिस ने अपना एक दिन का वेतन मृतक साथियों के परिजनों को देने की घोषणा की थी। इसी के तहत यह राशि एकत्र हुई है।
उधर मामले में फरार चल रहे 20 हजार रुपए की इनामी ओमप्रकाश को भी पुलिस ने पकड़ लिया है। अब मामले में वारदात के समय मौजूद सभी बदमाश पकड़े जा चुके हैं। आरोपी ओमप्रकाश को फतेहपुर क्षेत्र से ही पकड़ा गया है। गौरतलब कि मामले में मुख्य आरोपी अजय चौधरी, जगदीप उर्फ धनकड़, रामपाल को मुम्बई और पुणे से, लारा को फतेहपुर से, अनुज उर्फ छोटा पांडया को चित्तौडगढ़़ से पकड़ा गया था। पुलिस ने पुणे में मुख्य आरोपियों को शरण देने के मामले में विभोर और मोनी को भी गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने फतेहपुर के बेसवा गांव के पास थानेदार मुकेश कानूनगो और कांस्टेबल रामप्रकाश की गोली मार हत्या कर दी थी।