एक साल पहले शुरू की थी हेल्पलाइन, 112 प्रेमियों को मिलाया—बचाया
दरअसल राजस्थान पुलिस ने पिछले साल यानि जनवरी 2019 में एक पहल शुरू की थी। तत्कालीन डीजीपी कपिल गर्ग की इस पहल में प्रदेश के सभी जिलों के लिए पुलिस हैल्प लाइन नंबर शुरू किया गया था। ये नंबर 8764871150 है। इस नंबर पर कोई भी बालिग प्रेमी जोड़ा जिसे समाज या परिवार के लोग परेशान करते हों, या जिनकों हमले या मारपीट का डर सता रहा हो, वे इस नंबर पर फोन कर पुलिस मदद मांग सकते हैं। पहले तो इस नंबर को पूरे प्रदेश के लिए जारी किया गया लेकिन जब कॉल आने लगे तो हर जिले के लिए एक नंबर जारी कर दिया गया और उस जिले के नोडल अधिकारी पुलिस अधीक्षक को बनाया गया। उसके अलावा भी एक नंबर जो प्रदेश के नोडल अधिकारी के पास रहता है वह भी जारी किया। इन नंबरों पर एक साल के भीतर करीब 130 से भी ज्यादा कॉल आए हैं और कॉल करने वालों में 112 प्रेमी जोड़ों की राजस्थान पुलिस ने मदद की है।
कपल सुसाइड़ मामलों में बदनाम है राजस्थान, पांच साल में दो सौ केस
मोबाइल हैल्प लाइन नंबर के करीब सात महीने के बाद ही राजस्थान सरकार आॅनर किलिंग के खिलाफ भी कानून लाई और इस कानून का पूरे प्रदेश में प्रचार किया है। इसके पीछे भी पुलिस को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। दरअसल राजस्थान में पांच साल के दौरान आनर किलिंग और कपल सुसाइड़ के करीब दो सौ से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। पिछले साल यानि साल 2019 से पहले तक ये मामले हर साल बढ़ रहे थे लेकिन पिछले साल से इस तरह के मामलों में कुछ लगाम लगी है। प्रदेश की नोडल अधिकारी आईपीएस लवली कटियार हैं।
इस तरह से काम करती है हैल्पलाइन, बस एक कॉल और पुलिस तैयार
प्रेमियों की मदद के लिए तैयार पुलिस ने जो नंबर दिया है वह हैल्प लाइन नंबर भी आसानी से उपलब्ध है सभी के लिए। इस नंबर पर कॉल करने के तुरंत बाद संबधित जिले के पुलिस अधीक्षक को कॉल किया जाता है और कॉल करने वाले के पास तुरंत मदद पहुंचाई जाती है। 8764871150 यह नंबर पुलिस मुख्यालय में तीसरी मंजिल पर बैठने वाले पांच से छुह पुलिसकर्मियों के स्टाफ के साथ रहता है और चौबीस घंटे इस पर कॉल किया जा सकता है।